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"हम रिश्वत नहीं लेंगे तो अधिकारियों को क्या देंगे"

"हम रिश्वत नहीं लेंगे तो अधिकारियों को क्या देंगे"

मधुबनी (बिहार) । प्रदेश में फर्जी डीग्री के जरिए नौकरी करने वाले शिक्षकों का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ है कि ऐसा ही एक और मामला बिहार के मधुबनी जिले में सामने आया है। जहां के राजनगर प्रखंड में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में एनआईओएस के परीक्षा में अंक देने के नाम पर रिश्वतखोरी का वीडियो वायरल हुआ है। 

इस वीडियो के वायरल होने के बाद जब मामले की जांच-पड़ताल की गयी तो पता चला कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में बिना रिश्वतखोरी के शिक्षा से संबंधित कोई कार्य नहीं होता है। वहीं सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बदस्तूर जारी इस रिश्वतखोरी को रोकने की बजाय शिक्षा विभाग के अधिकारी भी इसे बढ़ावा देने में मशगूल हैं। इस मामले पर जब शिक्षा विभाग के कर्मचारियों से ऑफ द रिकॉर्ड राय पूछी गयी तो उनका कहना था कि अगर हमलोग रिश्वत नहीं लेंगे तो ऊपर के ऑफिसर को क्या देंगे । कर्माचारियों के इस बयान से जाहिर होता है जिले के शिक्षा पदाधिकारी भी इस भ्रष्टाचार में शामिल हैं। वीडियो ये साफ जाहिर होता है कि शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार कितने चरम पर जारी है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि इन कार्मचारियों में रिश्वतखोरी को लेकर किसी प्रकार का डर नहीं दिखाई देता है।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

आधार की प्राइवेसी को मजबूत बनाने के लिए UIDAI ने अब नया क्यूआर कोड (QR code) जारी किया है। जिसे 12 अंकों का आधार नंबर बताए बिना ऑफलाइन यूजर वेरिफिकेशन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

दिव्यांग का अधिकार

बंदी (कैदी) का अधिकार

भवन निर्माण का अधिकार

साइबर (इंटरनेट) सेवा का अधिकार