नई दिल्ली । दिल्ली एनसीआर में मोबाइल चोरी से परेशान लोगों के लिए संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राहत की खबर दी है। सोमवार को उन्होंने उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ एक ऐसा पोर्टल लांच किया। जिसके जरिए आपके लिए दिल्ली-एनसीआर में चोरी, गुमशुदा या लूटे हुए मोबाइन फोन को ढूंढना बेहद आसान हो जाएगा। हालांकि आगे चलकर इस तकनीकि का लाभ सभी देशवासियों को भी मिल सकेगा।
संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद कहा है कि अब दिल्ली और एनसीआर के यूजर्स को मोबाइल गुम या चोरी होने पर https://www.ceir.gov.in वेब पोर्टल पर जाकर पहचान पत्र के साथ पुलिस कंप्लेंट की कॉपी अपलोड करनी होगी। इसके बाद डीओटी आपके नंबर और आईएमईआई को ब्लॉक कर देगा। और फिर आपको एक रिक्वेस्ट आइडी प्राप्त होगी। इसके जरिए आप पोर्टल पर अपने मोबाइल की स्थिति पर नजर रख सकेंगे। यदि आप चाहें तो भविष्य में आप आइएमईआइ को अनब्लॉक भी कर सकते हैं। जबकि संचार सचिव अंशु प्रकाश ने बताया कि देश के किसी भी कोने में यदि चोरी हुआ मोबाइल इस्तेमाल किया जा रहा होगा तो उसकी लोकेशन पता चल जाएगी और उसे ट्रैक किया जा सकेगा। और फिर पुलिस उस मोबाइल तक आसानी से पहुंच सकती है। एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में करीब 40,000 फोन चोरी हुए हैं या फिर गुम होते हैं।
आपको बता दें कि इस सुविधा के लिए दूरसंचार विभाग ने सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्ट्री नाम से एक प्रणाली विकसित की है और उसे सभी मोबाइल आपरेटरों के आइएमईआइ डेटाबेस से कनेक्ट किया है। सीईआइआर में सभी मोबाइल आपरेटर अपने नेटवर्क पर ब्लैकलिस्ट अथवा ब्लॉक किए गए मोबाइल सेट्स का डेटा शेयर करते हैं, ताकि एक नेटवर्क पर ब्लैकलिस्ट या ब्लॉक किया गया मोबाइल फोन दूसरे नेटवर्क पर भी काम नहीं कर सके। ऐसा होने से मोबाइल फोन पाने या चोरी करने वाला व्यक्ति सिम कार्ड बदलने के बाद भी उसका उपयोग नहीं कर पाता है। इससे मोबाइल फोन लौटाए जाने या चोर के पकड़े जाने की संभावना बढ़ जाती है। जो मोबाइल चोरी से परेशान व्यक्ति के लिए बहुत राहत की बात है।