देश में 24 मार्च को लॉकडाउन प्रारंभ होने के बाद से प्रवासी मजदूर, बच्चे, महिलाएं, सामान लेकर पैदल उत्तर प्रदेश, बिहार समेत कई राज्यों की ओर निकल पड़े हैं। लेकिन प्रश्न यह उठता है कि जब सरकार बार-बार कह रही थी कि जो जहां है वहीं रहे तो फिर क्यों ये लोग शहरों को छोड़कर गांवों की ओर लौट रहे हैं? क्या कोरोना से ज़्यादा इन्हें किसी और चीज़ से डर लग रहा है?