रामपुर (उत्तर प्रदेश) । योगी आदित्यनाथ की सरकार ने समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर के मौजूदा सांसद आजम खान को जोरदार झटका दिया है। उप जिला अधिकारी ने मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के लिए किसानों की जमीनें कब्जा करने के आरोप में आजम खां को भूमाफिया घोषित कर दिया है। उनका नाम उत्तर प्रदेश एंटी भू माफिया पोर्टल पर दर्ज करा दिया गया है।
इस मामले में रामपुर के जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह का कहना है कि उत्तर प्रदेश एंटी भू माफिया पोर्टल पर उसका नाम चढ़ाया जाता है, जिसने किसी की जमीन पर कब्जा किया हो, उसका आपराधिक एंगिल हो और वह अभी भी जमीन पर काबिज हो। जिलाधिकारी ने कहा कि हमने भू-माफिया पोर्टल पर समाजवादी पार्टी के सांसद और मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति आजम खान का नाम चढ़ा दिया, क्योंकि सीधे तौर पर उनका नाम दो मामलों में आया है और उनके सहयोगियों का भी नाम है। उनके खिलाफ 12 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं, जबकि 14 किसानों की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज करने की तैयारी है। इसलिए उनका नाम पोर्टल पर जाना जरूरी था। उन्होंने कहा कि नदी के किनारों की जमीन कब्जा करना प्रमाणित हुआ है। 26 किसानों की जमीन कब्जा जांच में पाया गया कि किसानों की जमीन पर अवैध कब्जा जमाया है।
वहीं उप जिलाधिकारी सदर प्रेम प्रकाश तिवारी ने बताया कि आजम खां और वर्तमान में जौहर यूनिवर्सिटी के मुख्य सुरक्षा अधिकारी आले हसन खां का नाम एंटी भू माफिया पोर्टल पर दर्ज करा दिया गया है। शासन एवं प्रशासन के निर्देश पर अब आगे नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अजय पाल शर्मा का कहना है कि आजम खां के खिलाफ दर्ज मुकदमों की विवेचना तीन सदस्यीय स्पेशल टीम करेगी। विवेचना पूरी तरह निष्पक्ष होगी। उन्होंने बताया कि भूमाफिया व हिस्ट्रीशीटर में अंतर होता है। हिस्ट्रीशीट उनकी खोली जाती है, जो अपराध करने के आदी हैं। उनके फरार होने की आशंका है और पुलिस को उनकी निगरानी की आवश्यकता है।