Main Menu

पूर्व मुख्यमंत्री के दामाद पर धोखाधड़ी का केस दर्ज

पूर्व मुख्यमंत्री के दामाद पर धोखाधड़ी का केस दर्ज

रायपुर (छत्तीसगढ़) पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के दामाद पर 50 करोड़ रुपये की कथित अनियमितता के आरोप में शुक्रवार को केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी डीकेएस अस्पताल के अधीक्षक पद पर रहते हुए 50 करोड़ रुपये की कथित वित्तीय अनियमितता की है। अब इस मामले की जांच की जा रही है। 

इस अस्पताल में वित्तीय अनियमितता के बारे में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर का कहना है कि डीकेएस अस्पताल के अधीक्षक कमल किशोर सहारे की शिकायत के आधार पर पुनीत गुप्ता के खिलाफ ठगी और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। कमल किशोर सहारे ने अपनी शिकायत में कहा है कि पुनीत गुप्ता ने अपने कार्यकाल के दौरान 50 करोड़ रुपये की कथित वित्तीय अनियमितता की है। वहीं इस अनियमितता के मामले में रायपुर के एसएसपी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच समिति का गठन किया गया था। जांच समिति ने मामले की रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी। जिसके बाद रिपोर्ट हमें मिली है। शुक्रवार को इस मामले में पुनीत गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। और पूरे मामले की जांच चल रही है।

 

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार