लखीसराय (बिहार)। किसी के दबाव या लालच से धर्म परिवर्तन कर लेने के बारे में बहुत पढ़ा और सुना होगा। लेकिन लखीसराय में एक ऐसा अनोखा मामला सामने आया है जहां एक बीडीओ ने जिला प्रशासन को धमकी दी है कि अगर उनका निलंबन वापस नहीं लिया गया तो वह धर्म परिवर्तन कर लेंगे। नाराज अधिकारी ने इसके लिए विभाग को 7 फरवरी तक की चेतावनी दी है।
लखीसराय जिले के रामगढ़ चौक प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) मनोज कुमार अग्रवाल ने निलंबन की कार्रवाई को एकतरफा एवं राजनीतिक साजिश बताया है। बीडीओ का कहना है कि जातिवाद दुर्भावना से ग्रसित होकर निलंबन की कार्रवाई की गई है। निलंबन से पहले मुझसे स्पष्टीकरण भी नहीं मांगा गया है। उनके अनुसार 4 माह पहले बिल्लो और ग्राम पंचायत के पंचायत सचिव का उन्होंने स्थानांतरण किया था। सत्तारूढ़ दल के कुछ नेताओं ने इस स्थानांतरण को न करने के लिए कहा था। लेकिन उन्होंने उस अनुरोध को ठुकरा दिया था। इसके बाद ही उन्हें बर्बाद कर देने की धमकी दी गई थी। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि 7 फरवरी तक निलंबन रद्द नहीं हुआ तो वह हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम धर्म कबूल कर लेंगे। उनका कहना है कि विभागीय कार्यवाही के दौरान यदि भ्रष्टाचार सिद्ध होता है तो मैं स्वयं त्यागपत्र दे दूंगा। बीडीओ का कहना है कि यह कहने में कोई हिचक नहीं कि मैं बिहार के लास्ट कारपोरेट, लास्ट इंसफिशिएंट, लास्ट इन एक्टिव पॉलिटेक्निक बेस्ड पदाधिकारियों में एक हूं। नियुक्ति से आज तक प्रखंड विकास पदाधिकारी के हर मापदंड पर मैंने अच्छा काम किया है।
आपको बता दें कि जिलाधिकारी शोभेन्द्र कुमार चौधरी ने बीडीओ के विरूद्ध अपने पद व अधिकार का दुरूपयोग करने, अपने दायित्वों को आधार बनाकर निजी लाभ के लिए राशि प्राप्त करने, जनप्रतिनिधियों के लिए बनाए गए नियम के प्रतिकूल आचरण करने, विभागीय आदेशों का उल्लंघन करने, विभागीय दायित्वों को मनमाने तरीके से करने, उच्च अधिकारियों को गलत सूचना देने आदि कई गंभीर आरोप लगाते हुए ग्रामीण विकास विभाग को निलंबन की कार्रवाई के लिए भेजा था। विभाग ने आरोपों की समीक्षा के बाद बीडीओ को निलंबित कर दिया।