इंदौर (मध्य प्रदेश)। एटीएम कार्ड क्लोन करके बैंक खातों से रुपए निकालने की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं । ताजा मामला इंदौर के तुकोगंज इलाके के एक होटल का है। जहां पुलिस ने एटीएम कार्ड और डेबिट कार्ड का क्लोन करके बैंक खातों से पैसे निकालने वाले जालसाज को गिरफ्तार किया है। यह जालसाज अब तक लोगों को पचास लाख रुपए तक का चूना लगा चुका है।
इंदौर के एएसपी वाहनी सिंह का कहना है कि उन्हें सूचना मिली थी कि मालवा मिल स्थित एक होटल में पंजाब से फरार जालसाज सौरभ जायसवाल ठहरा हुआ है, जो उत्तर प्रदेश में वाराणसी जिले के हरहुआ पिंडरा का रहना वाला है। सूचना मिलने के बाद पुलिस बुधवार की रात होटल में पहुंची और जालसाज सौरभ जायसवाल को पकड़ लिया। एएसपी के अनुसार सौरभ जायसवाल के खिलाफ एचडीएफसी बैंक के असिस्टेंट वाइस प्रेसीडेंट रिस्क इंटेलीजेंस कंट्रोल यूनिट के अमिताभ शर्मा की शिकायत पर पंजाब सायबर क्राइम विंग सास नगर ने पांच अगस्त को धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। सौरभ को पकड़ने वाले टीआई पंकज द्विवेदी का कहना है कि आरोपी से स्किमिंग डिवाइस बरामद हुई है। पुलिस की पूछताछ में सौरभ ने बताया कि वह दो दिन पहले इंदौर आया था। यहां बार व रेस्तरां में नौकरी तलाश रहा था। नौकरी मिलने पर वह इसी तरह लोगों के खातों से रुपए निकाल कर फरार होने की साजिश रच रहा था।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि आरोपी सौरभ पंजाब के मोहाली के एक बड़े होटल में ब्रू मास्टर की नौकरी करता था। होटल में शराब भी परोसी जाती थी। सौरभ ग्राहकों से शराब का ऑर्डर भी लेता था। कई बड़े कारोबारी शराब के नशे में सौरभ को भुगतान के लिए एटीएम व डेबिट/क्रेडिट कार्ड देते थे। सौरभ कार्ड स्वैप करने के दौरान स्किमिंग डिवाइस से कार्ड की क्लोनिंग कर लेता था। और फिर कार्ड का डेटा और पासवर्ड लेने के बाद वह एक साथी की मदद से ग्राहकों के खातों से रुपए निकाल लेता था। पंजाब पुलिस के इंस्पेक्टर समरपालसिंह का कहना है कि आरोपी सौरभ काफी समय से जालसाजी कर रहा था। वह करीब 50 लाख रुपए निकाल चुका था। केस दर्ज होने के बाद सौरभ पंजाब से फरार होकर इंदौर आ गया था। हालांकि इस जालसाज को पंजाब पुलिस ने दोपहर को जिला कोर्ट पेश किया और ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पंजाब रवाना हो गई है। अब आरोपी के खिलाफ आगे की कार्रवाई मोहाली में होगी।