आगरा (उत्तर प्रदेश)। गोरखपुर और फर्रुखाबाद में हुए हादसे के बाद भी मेडिकल कॉलेजों की लापरवाही रुकने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज का है। जहां एक बुजुर्ग मां को इलाज कराने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली तो बेटा अपने हाथ में यूरिन बैग और कंधे पर ऑक्सीजन का सिलेंडर लेकर कई घंटों तक धूप में खड़ा रहा। बेटा अपनी बीमार मां के साथ एंबुलेंस का इंतजार करता रहा, लेकिन उसे कोई एंबुलेंस नहीं मिली।
वहीं एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रमुख अधीक्षक अजय अग्रवाल का कहना है कि, "यह कोई मामला नहीं है। मरीज की शिफ्टिंग की जा रही थी तो वार्डबॉय ने ऑक्सीजन का सिलेंडर मरीज के बेटे को पकड़ा दिया था, तभी मिडिया वहां आ गयी और फोटो खींचने लगी। फिर भी हम सीएमओ से जांच करवा रहे हैं, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।" जबकि वहां मौजूद लोगों का कहना है कि ऑक्सीजन लगाने के बाद मरीज को वॉर्ड में शिफ्ट करने के लिए कहा गया। ट्रॉमा सेंटर से वॉर्ड काफी दूर है इसलिए एंबुलेंस बुलाने को कह कर उन्हें जाने के लिए कह दिया गया। मां-बेटे ट्रॉमा सेंटर से बाहर निकल आए और काफी देर तक धूप में खड़े रहे। तेज धूप के कारण बुजुर्ग महिला की तबियत फिर बिगड़ने लगी तो उन्हें इमर्जेंसी में भर्ती कराना पड़ा। अब मेडिकल प्रशासन मामले की लीपापोती में लगा हुआ है।