दिल्ली में ईमानदार सरकार चलाने का दावा करने वाली केजरीवाल सरकार पर 5400 करोड़ के राशन घोटाले का आरोप लगा है। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि दिल्ली में राशन वितरण के दौरान बड़ी अनियमितता बरती गई है। सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि बिहार के चारा घोटाले की तरह दिल्ली में भी बाइक और टेम्पो पर अनाज ढोया गया।
सीएजी की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय खाद्य निगम के गोदाम से राशन वितरण केंद्रों पर 1589 क्विंटल राशन की ढुलाई के लिए आठ बिना रजिस्ट्रेशन नंबर के बस, टेम्पो, स्कूटर और बाइक का इस्तेमाल किया गया था। 2016-17 में जिन गाड़ियों को राशन की ढुलाई के लिए इस्तेमाल किया गया , उनमें से 42 गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन ही नहीं है। इतना ही नहीं रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि राशन का भी वितरण नहीं हुआ है। इसलिए आशंका जताई जा रही है कि अनाज की चोरी हुई है।
इस घोटाले के खुलासे के बाद सियासत भी तेज हो गई है। दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने बुधवार को प्रेसवार्ता करके केजरीवाल सरकार पर हमला बोला, उन्होंने कहा कि दिल्ली में बिहार जैसा चारा घोटाला हुआ है। बिहार में जानवरों का चारा और यहां गरीबों का राशन खा लिया गया। केजरीवाल छोटे लालू हो गए हैं। आगे उन्होंने कहा कि केजरीवाल को दिल्ली की जनता से माफ़ी मांगते हुए अपना पद छोड़ देना चाहिए। मनोज तिवारी ने एलान किया कि राशन घोटाले के विरोध में बृहस्पतिवार को भाजपा विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करेगी। वहीँ दिल्ली के पूर्व मंत्री और बागी विधायक कपिल मिश्रा ने कहा कि यह घोटाला एक साल में 1800 और तीन साल में 5400 करोड़ रूपये का हो गया है। उन्होंने बताया कि वह सीएजी रिपोर्ट के आधार पर शुक्रवार को सीबीआई दफ्तर जाकर सम्बंधित मंत्री इमरान हुसैन की शिकायत करेंगे। कपिल का कहना है कि दिल्ली सरकार की राशन माफिया से सीधी मिलीभगत है, जिसके लिए मंत्री इमरान हुसैन जिम्मेदार हैं।
हालांकि सीएजी की रिपोर्ट आने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि सीएजी की तरफ से उजागर भ्रस्टाचार या अनियमितता के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा। केजरीवाल ने मामले की जाँच के लिए सीबीआई जांच की मांग की है।