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क्रेडिट-डेबिट कार्ड की ठगी से कैसे बचें

क्रेडिट-डेबिट कार्ड की ठगी से कैसे बचें

क्रेडिट या डेबिट कार्ड से हो रही जालसाजी से बचने के लिए आप थोड़ा सतर्क रहें। आप सुरक्षा संबंधी थोड़ी सी जानकारी रखने पर इस तरह की ठगी से बच सकते हैं। 

क्रेडिट-डेबिट कार्ड की ठगी से कैसे बचें

  • आप हमेशा नया कार्ड बैंक से ही जाकर लें। यदि आपने नया कार्ड लिया है तो सुनिश्चित करें कि कार्ड की डिलीवरी दूसरे व्यक्ति की बजाय आपके पास ही हो।
  • आप कार्ड के पासवर्ड को कहीं पर लिखकर न रखें। यदि कोई धोखे से पासवर्ड देख सकता है और आपके पैसे निकाल सकता है।
  • आप अपने बैंक खाते से जुड़े नंबर और ई-मेल को हमेशा चालू रखें। और इनको बीच-बीच में चेक करते रहें।
  • आप एटीएम से पैसे निकालते समय सावधान रहें। एटीएम के स्वैपिंग प्वाइंट के ऊपर और अगल-बगल हाथ लगाकर देख लें कि कोई कोई ‘स्किमर’ तो नहीं लगा है। इसके अलावा की पैड को भी दबाकर देख लें कि उस पर भी तो ‘स्किमर’ नहीं लगा है।
  • आप किसी शॉपिंग वेबसाइट पर खरीददारी करने से पहले उसकी जांच कर लें, क्योंकि ऑनलाइन पेमेंट के बाद आपसे धोखाधड़ी की जा सकती है। यदि संभव हो तो कैश ऑन डिलिवरी के जरिए ही खरीददारी करें।
  • आप होटल, पेट्रोल पंप, मेडिकल, दुकान जैसी जगहों पर पेमेंट अपने सामने ही करें, अपने कार्ड को दूर न ले जाने दें। इस दौरान आपसे धोखाधड़ी हो सकती है।
  • आप मैसेज या ई-मेल पर आए लिंक के जरिए किसी भी प्रकार का ऑनलाइन पेमेंट न करें। यदि आपको ऑनलाइन पेमेंट करना भी पड़े तो यह देख लें कि वेबसाइट के यूआरएल में https:/ जरुर लगा हो (जैसे https:/indianlive.com) सिर्फ http:/ वाली वेबसाइट सुरक्षित नहीं होती हैं।
  • आप इस बात का ध्यान रखें कि कार्ड से इंटरनेशनल ऑनलाइन शॉपिंग करने पर पॉसवर्ड या ओटीपी की जरूरत नहीं पड़ती है। सिर्फ कार्ड नंबर, एक्सपायरी डेट और सीवीवी होने पर भी आसानी से खरीदारी की जा सकती है। इसलिए आप किसी दुकान पर बिल का भुगतान करते समय कार्ड हमेशा सीधी तरफ घुमाकर रखें ताकि आपका सीवीवी नंबर छुपा रहे।
  • यदि बैंक की तरफ से आए हुए फोन कॉल में आपका कार्ड नंबर, पिन या ओटीपी पूछा जाए तो आप बिल्कुल न बताएं। क्योंकि ऐसा करने पर आपसे धोखाधड़ी की जा सकती है।
  • आप फिशिंग से बचें, अर्थात् एसएमएस या ईमेल के जरिए लोगों को लालच देकर उनकी जानकारी हासिल करना फिशिंग कहलाता है।
  • आप विशिंग से बचें, अर्थात् फर्जी फोन कॉल में फंसाकर ऑनलाइन जानकारी हासिल करना विशिंग कहलाता है।
  • आप इंटरनेट पर अपनी महत्वपूर्ण जानकारियां सेव न करें और कभी भी ऑटो फिल न करें यानी अपने पासवर्ड या बाकी डिटेल सेव करने के ऑप्शन पर क्लिक न करें।
  • यदि आपका कार्ड चोरी हो जाता है या कार्ड से जुड़ी कोई आवश्यक जानकारी चुरा ली जाती है तो आप सबसे पहले कार्ड को ब्लॉक करवाएं।

क्रेडिट-डेबिट कार्ड की ठगी पर क्या करें 

  • यदि एटीएम से लेन-देन में कोई समस्या आती है या पैसे नहीं निकलते हैं तो आप अपनी बैंक शाखा में शिकायत कर सकते हैं। यदि एक माह के अंदर समाधान नहीं होता है तो बैंकिंग लोकपाल के समक्ष शिकायत कर सकते हैं। 
  • रिजर्व बैंक के अनुसार यदि ग्राहक किसी तीसरे पक्ष द्वारा डिजिटल तरीके से लेन-देन में गड़बड़ी के बारे में तीन कार्यदिवस के भीतर अपनी बैंक शाखा में शिकायत कर देता है तो उसकी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। तब पूरी जवाबदेही बैंक की होगी।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार