चतरा (झारखंड)। सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद रिश्वतखोर सरकारी कर्मचारियों की रिश्वतखोरी रुकने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामाला चतरा जिले के हंटरगंज का है। जहां एंटी करप्शन ब्यूरो ने मंगलवार को एक विवादित जमीन को प्रतिवेदन देने के नाम पर दस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए राजस्व कर्मचारी को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। और आरोपी राजस्व कर्मचारी फेड्युस मिंज को हजारीबाग ले गए और आगे की कानूनी कार्यवाही शुरु कर दी।
आपको बता दें कि, चतरा जिले के हंटरगंज अंचल क्षेत्र के डाहा पंचायत के बेला गांव निवासी राम स्वरूप यादव की पत्नी मुनिया देवी और दिनेश यादव, सीताराम यादव, लखन यादव के बीच काफी दिनों से जमीन विवाद चल रहा है। मुनिया देवी ने इस विवादित जमीन को लेकर स्थानीय अंचल कार्यालय में पदस्थापित हल्का नंबर सात के राजस्व कर्मचारी फेड्युस मिंज से अपने पक्ष में प्रतिवेदन देने की बात कही थी। इस बातचीत के दौरान राजस्व कर्मचारी मिंज ने मुनिया देवी से कहा था कि वह प्रतिवेदन के एवज में दस हजार रुपये बतौर रिश्वत दे दे तो उसका काम हो जाएगा। और जब मुनिया देवी ने फेड्युस मिंज को रिश्वत नहीं दी तो वह प्रतिवेदन देने से टाल मटोल करते हुए उसे परेशान करने लगे। फेड्यूज मिंज की इस हरकत से परेशान महिला ने अपने करीबी रामजीत यादव की मदद से एसीबी की टीम से संपर्क किया। वहीं मामले की शिकायत मिलने के बाद मंगलवार को एसीबी टीम ने जाल बिछाकर दस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए राजस्व कर्मचारी फेड्युस मिंज को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। गौरतलब है कि फेड्युस मिंज 30 अप्रैल को राजस्व कर्मचारी से सेवा निवृत हो रहे थे।