चंडीगढ़ (हरियाणा)। 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि' का लाभ पाने को लेकर जारी भ्रम को दूर करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा विधानसभा में स्थिति साफ की। उन्होंने कहा कि 'प्रधानमंत्री सम्मान निधि' योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा, जिनके पास पांच एकड़ तक जमीन है। इससे अधिक जमीन रखने वाले किसान इस योजना के दायरे में नहीं आएंगे। इस योजना के लिए किसानों का पंजीकरण शुरु कर दिया गया है। हरियाणा पहला राज्य होगा, जहां किसानों को योजना का सबसे पहले लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री 24 फरवरी को इस योजना का शुभारंभ करेंगे।
आपको बता दें कि विधानसभा में बजट सत्र के दौरान नेता विपक्ष अभय सिंह चौटाला ने गुरुवार को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में करीब साढ़े पांच लाख किसानों को कवर नहीं किए जाने का आरोप लगाया और सरकार से मांग की वह इस पर स्थिति स्पष्ट करे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सदन में जबाब दिया कि पांच एकड़ से अधिक जमीन वाले किसान छह हजार रुपये सालाना की इस योजना में शामिल नहीं होंगे। इसके अलावा पट्टे पर खेती करने वाले और अठारह साल से कम उम्र के किसानों को भी इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा ।
मुख्यमंत्री के जवाब से पहले अभय सिंह चौटाला ने केंद्र सरकार की इस योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस योजना का किसानों को कोई लाभ नहीं होने वाला है। चौटाला ने सरकार से तेलंगाना सरकार की तरह हर वर्ष किसानों को 4000 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से बिजाई खर्च दिए जाने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में करीब 16 लाख किसान हैं , मगर सरकार लाभ साढ़े 10 लाख को दे रही है। सरकार यदि चाहे तो अपने स्तर पर यह लाभ उन किसानों को दे सकती है। अब देखना ये होगा कि खट्टर सरकार बाकी किसानों के लिए क्या कदम उठाती है।