मधुबनी (बिहार) । प्रदेश में फर्जी डीग्री के जरिए नौकरी करने वाले शिक्षकों का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ है कि ऐसा ही एक और मामला बिहार के मधुबनी जिले में सामने आया है। जहां के राजनगर प्रखंड में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में एनआईओएस के परीक्षा में अंक देने के नाम पर रिश्वतखोरी का वीडियो वायरल हुआ है।
इस वीडियो के वायरल होने के बाद जब मामले की जांच-पड़ताल की गयी तो पता चला कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में बिना रिश्वतखोरी के शिक्षा से संबंधित कोई कार्य नहीं होता है। वहीं सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बदस्तूर जारी इस रिश्वतखोरी को रोकने की बजाय शिक्षा विभाग के अधिकारी भी इसे बढ़ावा देने में मशगूल हैं। इस मामले पर जब शिक्षा विभाग के कर्मचारियों से ऑफ द रिकॉर्ड राय पूछी गयी तो उनका कहना था कि अगर हमलोग रिश्वत नहीं लेंगे तो ऊपर के ऑफिसर को क्या देंगे । कर्माचारियों के इस बयान से जाहिर होता है जिले के शिक्षा पदाधिकारी भी इस भ्रष्टाचार में शामिल हैं। वीडियो ये साफ जाहिर होता है कि शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार कितने चरम पर जारी है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि इन कार्मचारियों में रिश्वतखोरी को लेकर किसी प्रकार का डर नहीं दिखाई देता है।