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प्रधानमंत्री की अपील बेअसर, वापस मांगी सब्सिडी

प्रधानमंत्री की अपील बेअसर, वापस मांगी सब्सिडी

रायपुर (छत्तीगढ़)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील का खुमार अब लोगों के दिल से उरतरने लगा है। नरेंद्र मोदी की अपील पर दूसरों के लिए गैस सब्सिडी छोड़ने वाले एलपीजी उपभोक्ता सब्सिडी दोबारा पाने के लिए गैस एजेंसियों व कंपनियों की ऑनलाइन साइट पर आवेदन करने लगे हैं। देश में गैस सिलेंडर के दाम लगातार बढ़ते दाम से लोग बहुत परेशान हैं। ऐसा लग रहा है कि आने वाले दिनों में सिलेंडर के दाम और भी बढ़ सकते हैं। रायपुर में इन दिनों गैस सिलेंडर के दाम 1019 रुपए पहुंच गए हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर कई लोगों ने घरेलू गैस पर मिलने वाली सब्सिडी छोंड़ दी थी। लेकिन सिलेंडर के आसमान छूते दामों के बाद अपने फैसले पर पछता रहे हैं। हालांकि गैस कंपनियां ऐसे उपभोक्ताओं को राहत देने का एलान कर चुकी हैं। गैस कंपनियां उपभोक्ताओं से कह चुकी हैं कि जिन्हें गैस सब्सिडी वापस चाहिए उन्हें सिर्फ आवेदन देना होगा। फिर अगली डिलीवरी में सब्सिडी मिलनी शुरू हो जाएगी। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि सब्सिडी चाहने वाले यह ध्यान रखें कि उनकी आय 10 लाख से अधिक न हो।

उपभोक्ताओं को घरेलू सब्सिडी को दोबारा प्राप्त करने के लिए गैस एजेंसी पर जाकर हाथ से लिखकर प्रार्थना पत्र देना होगा। इसमें गैस कनेक्शन नंबर, बैंक खाता नंबर, आधार नंबर व पैन कार्ड की प्रति भी जमा करनी होगी। इसके अलावा उपभोक्ताओं को एजेंसी पर एक फार्म भी भरना होगा। इसमें दी गई सूचना सही है, या कोई बात छुपाई गयी है तो संबंधित कंपनी कार्रवाई करने को स्वतंत्र हैं। उपभोक्ता द्वारा आवेदन करने के एक सप्ताह में गैस कंपनी के क्षेत्रीय प्रभारी द्वारा जांच की जाएगी। फिर सप्ताह भर में जांच होने के बाद उपभोक्ता की सब्सिडी बहाल कर दी जाएगी। उपभोक्ता आपातकालीन स्थिति में गैस कंपनियों के हेल्प लाइन नंबर 1906 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा हेल्प लाइन नंबर 1800-2333-555 पर फोन कर जानकारी या मदद प्राप्त कर सकते हैं।

 

 

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार