नोयडा (उत्तर प्रदेश) प्रदेश में अपराधियों को घुटने टेकवा देने का दावा करने वाली योगी सरकार को शर्मिंदा करने वाला एक और मामला सामने आया है। नोएडा के विधायक और केंद्रीय गृहमंत्री के राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह को भी वाट्स एप पर धमकी मिली है। और इनके वाट्स एप पर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई है। जब शनिवार को पंकज ने धमकी की सूचना पुलिस को दी तब इसका खुलासा हुआ। अब इस मामले के खुलासे के बाद जांच को एसटीएफ के हवाले कर दिया गया है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में विधायकों को रंगदारी के लिए धमकी देने का पहला मामला नहीं है। यहां अब तक 24 से अधिक विधायकों को धमकी भरे संदेश भेजे जाने की बात सामने आ चुकी है। इन मामलों की जांच के लिए गठित एसआइटी लगातार केंद्रीय जांच एजेंसियों के संपर्क में है, लेकिन वह अभी उन नंबरों की सटीक लोकेशन तक नहीं पहुंच सकी है, जिनसे मैसेज भेजे जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि जांच एजेंसियां बिटक्वाइन के जरिये पेमेंट किए जाने की दिशा में भी जांच को आगे बढ़ा रही हैं। पाकिस्तान, अमेरिका सहित अन्य देशों के आइपी एड्रेस को लेकर भी छानबीन चल रही है। अब तक की जांच में एक बात पूरी तरह से साफ हो गई है कि संदेश भेजने वाला शख्स साइबर एक्सपर्ट है और वह बखूबी जानता है कि उसकी कौन से गलती उसे भारी पड़ सकती है। यही वजह है कि वह लगातार तकनीक के सहारे पुलिस को चकमा देने में अब तक कामयाब है।
गौरतलब है कि वाट्स एप से मैसेज भेजने वाले आरोपितों ने विधायकों को 3 दिनों में परिणाम भुगतने की धमकी दी थी, जिसके बाद से लगातार वैसे ही संदेश भेज रहे हैं। वाट्स एप से भेजे जा रहे संदेशों की भाषा भी एक जैसी ही है। इससे वजह से जांच एजेंसियां यही मान रही हैं कि कोई दहशत फैलाने के इरादे से शरारत कर रहा है। अब तक भाजपा के विधायक सीतापुर के महोली के शशांक त्रिवेदी, बुलंदशहर के डिबाई की अनीता लोधी, खीरी के मोहम्मदी के लोकेंद्र प्रताप, शाहजहांपुर के कटरा के वीर विक्रम, गोंडा के महनौन के विनय द्विवेदी, गोंडा के तरबगंज के प्रेम नारायण, बरेली के फरीदपुर के श्याम बिहारी, कानपुर के भोगनीपुर के विनोद कटिया, कुशीनगर के रजनीकांत मनी त्रिपाठी, लखनऊ के नीरज बोरा, बाराबंकी के सकेंद्र वर्मा, जालौन के कल्पी के नरेंद्र सिंह और हरदोई के गोपामऊ के श्याम प्रकाश को धमकी भरे व्हाट्सऐप मैसेज और वीडियो कॉल आए चुके हैं। अब देखना है कि प्रदेश को अपराध मुक्त करने का दावा करने वाली योगी सरकार अपने विधायकों को भय मुक्त कर पाती है या नहीं।