अनूपपुर (मध्य प्रदेश)। प्रदेश में रिश्वतखोर अधिकारियों के हौसले पस्त होने का नाम नहीं ले रहे हैं। रीवा की लोकायुक्त पुलिस ने अनूपपुर जिले के कोतमा से ग्रामीण यंत्रिकी सेवा विभाग के एसडीओ और उपयंत्री को 32 हजार 400 सौ रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। बदरा जनपद में पदस्थ एसडीओ उमेश श्रीवास्तव और उपयंत्री देवेंद्र सिंह चौहान सड़क निर्माण के लिए सप्लाई किए गए मटेरियल का बिल पास कराने की एवज में रिश्वत ले रहे थे। तभी लोकायुक्त पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
आपको बता दें कि अनूपपुर के चुकान गांव में दो महीने पहले करीब 1 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई गई, जिसकी कुल लागत 12 लाख 99 हजार थी। हालांकि यह सड़क अभी भी पूरी तरह नहीं बन पाई है। रीवा लोकायुक्त निरीक्षक हितेन्द्रनाथ शर्मा के मुताबिक मटेरियल सप्लायर सुरेन्द्रनाथ मिश्रा ने जनपद बदरा के ग्राम पंचायत चुकान के लखन गुप्ता के खेत से कनारटोला के बीच बनी ग्रेवल रोड के निर्माण में सामग्री की सप्लाई की थी। जिसकी कुल राशि 5 लाख 49 हजार 500 रुपए हुई थी। इस मटेरियल सप्लाई के भुगतान के एवज में एसडीओ और उपयंत्री ने मटेरियल सप्लायर सुरेंद्रनाथ मिश्रा से 15 प्रतिशत कमीशन मांगी थी। जब बहुत कहने-सुनने के बाद भी एसडीओ और उपयंत्री ने मटेरियल के बिल का भुगतान नहीं किया, तो मिश्रा ने 18 मई को लोकायुक्त रीवा में दोनों के खिलाफ शिकायत कर दी। मामले की शिकायत मिलने के बाद मंगलवार सुबह 11 बजे 14 सदस्यीय टीम ने उपयंत्री देवेंद्र सिंह चौहान के कोतमा स्थित घर में एसडीओ उमेश कुमार श्रीवास्तव तथा उपयंत्री चौहान कोतमा को 32 हजार 400 सौ रुपए लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। इसमें से 27 हजार 400 सौ रुपए की रिश्वत एसडीओ और 5000 उपयंत्री चौहान ने लिए थे। लोकायुक्त टीम की योजना के अनुसार सुरेन्द्रनाथ मिश्रा ने जैसे ही रुपए के अलग-अलग पैकेट में दोनों को दिए वैसे ही लोकायुक्त ने उन्हें धर दबोचा। और दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। हालांकि बाद में लोकायुक्त ने दोनों आरोपियो को जमानत दे दी।