नई दिल्ली। आरटीओ के चक्कर लगाने वाले वाहन मालिकों के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की तरफ से एक खुशखबरी है। वर्ष 1 जनवरी, 2019 से गाड़ी में हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट फैक्ट्री से ही लग कर आएगी। इसके लिए सरकार केंद्रीय मोटर वाहन नियमावली के अलावा 2001 के सिक्यूरिटी नंबर प्लेट आदेश में संशोधन करने जा रही है। इस संबंध में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से मसौदा अधिसूचना जारी की गई है। इस मसौदे के अनुसार 1 जनवरी, 2019 से ग्राहकों को बेचे जाने वाले सभी मोटर वाहनों में सिक्यूरिटी नंबर प्लेट निर्माता के यहां से लगकर आएंगे। जिन डीलरों के पास बिना हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट वाले वाहनों का पुराना स्टॉक होगा उन्हें वाहन निर्माताओं द्वारा सिक्यूरिटी प्लेटें दी जाएंगी और वे भी 1 जनवरी, 2019 से वाहनों को सिक्यूरिटी प्लेट लगाकर ही ग्राहकों को बेचेंगे। खास बात यह है कि पांच वर्ष के बजाय 15 वर्षो तक नंबर प्लेट के खराब न होने की गारंटी के साथ क्वालिटी में सुधार सुनिश्चित किया जाएगा। अभी वाहनों में नंबर प्लेट लगाने का जिम्मा आरटीओ के पास है जो हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट बनाने वाली कंपनियों के माध्यम से इसे अंजाम देता है।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के इस निर्णय से सिक्यूरिटी नंबर प्लेट की व्यवस्था स्वत: पूरे देश में लागू हो जाएगी। गौतलब है कि अभी तक उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में सिक्यूरिटी नंबर प्लेट की व्यवस्था लागू नहीं हुई है। जबकि दिल्ली में यह व्यवस्था पहले से ही लागू हो चुकी है।
आपको बता दें कि, हाई सिक्यूरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट एल्यूमिनीयम का बना हुआ एक प्लेट होगा। इस नंबर प्लेट पर एक होलोग्राम लगा होगा जिसपर एक चक्र बना होगा। यह होलोग्राम एक ऐसा स्टीकर होगा जिसपर वाहन के इंजन और चेसिस नंबर इंगित होगा। सबसे खास बात यह है कि यह होलोग्राम जल्द नष्ट होने वाली नहीं होगा। इसके अलावा हर प्लेट पर 7 अंकों का एक यूनीक लेजर कोड होगा जो कि हर वाहन के नंबर प्लेट पर अलग-अलग होगा। इस नंबर प्लेट पर आपके वाहन का जो रजिस्टेशन नंबर होगा वो सबसे खास होगा। जिसे हटाने या फिर मिटाने में पसीने छूट जायेंगे। इस नंबर प्लेट पर आपके वाहन का जो रजिस्ट्रेशन नंबर लिखा गया होगा वो किसी पेंट या फिर स्टीकर आदि से नहीं लिखा होगा। नंबर को आपके प्लेट पर प्रेसर मशीन से लिखा गया होगा जो कि प्लेट पर उभरा हुआ दिखेगा। यह कार्य आरटीओ द्वारा किया जायेगा इस वजह से जो अंक और अक्षर उभरेगा उस पर भी आईएनडी दिखेगा। इस कार्य में कोई जालसाजी नहीं हो सकती है क्योंकि कोई भी व्यक्ति अपने मन से न तो इन नंबरों में कोई फेर बदल कर सकता है और न ही उन्हे मिटा सकता है।