लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार के खिलाफ जिला उपभोक्ता फोरम में एक अनोखा मामला सामने आया है। शिकायतकर्ता ने दावा किया है कि वह सड़क पर बाइक चला रहा था तभी डिवाइडर के ऊपर चल रहे अभिनेता अक्षय कुमार के विज्ञापन को देखकर उनका ध्यान भटक गया और और दुर्घटना हो गयी। जिसमें वह गंभीर रुप से घायल हो गए। उन्होंने साढ़े चार लाख रुपए के मुआवजे की मांग की है।
शिकायतकर्ता सत्येंद्र कुमार शर्मा बरेली में करनपुर के रहने वाले हैं। उनका कहना है कि वह 29 सितंबर को फन रिपब्लिक मॉल के सामने अपनी बाइक से जा रहे थे। वहीं पर डिवाइडर के ऊपर सूचना विभाग की लगाई गई बड़ी स्क्रीन पर अक्षय कुमार का विज्ञापन चला रहा था। इसमें अभिनेता ट्रैफिक पुलिस की वर्दी पहनकर यातायात नियमों की जानकारी दे रहे थे। सत्येंद्र कुमार शर्मा का कहना है कि सड़क के बीचो-बीच दिखाए जा रहे विज्ञापन ने उनका ध्यान खींचा, जिससे आगे जा रहे वाहन से उनकी बाइक टकराकर क्षतिग्रस्त हो गई। दुर्घनटना से उनकी हेडलाइट, मिरर, साइट स्टेंड, स्विच आदि टूट गए। वह स्वयं भी गंभीर रुप से घायल हो गए । जिसके बाद बाइक को वह किसी तरह रिक्शे पर लादकर फैजाबाद रोड ले गए और अस्पताल में अपना इलाज कराया। बाइक की मरम्मत के साथ ही उनके इलाज में साढ़े चार लाख रुपये का खर्च आया। उन्होंने फोरम में शिकायत दर्ज कराकर साढ़े चार लाख रुपये मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। इसके साथ ही 25 हजार रुपये मानसिक व शारीरिक कष्ट के लिए और 25 हजार रुपये वाद व्यय दिलाए जाने की मांग की है। शिकायत में अभिनेता अक्षय कुमार और प्रमुख सचिव सूचना एवं जनसंपर्क विभाग आरोपित बनाया है।
जिला उपभोक्ता फोरम प्रथम के वरिष्ठ सदस्य और न्यायिक अधिकारी राजर्षि शुक्ला का कहना है कि शिकायत की सुनवाई की गई है। अब मुंबई निवासी अभिनेता अक्षय कुमार और प्रमुख सचिव सूचना को नोटिस भेजा गया है। 30 दिन के भीतर उनका जबाव मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। जरूरत होने पर लखनऊ स्मार्ट सिटी लिमिटेड को भी सुनवाई में शामिल कर नोटिस दिया जा सकता है।