भरतपुर(राजस्थान)। किसानों द्वारा बैंक का कर्ज ना चुका पाने पर उनकी संपत्ति नीलाम कर देने की घटनाएं बहुत सुनी और पढ़ी होंगी। लेकिन भरतपुर में न्यायालय का एक अनोखा फैसला सामने आया है। अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने भरतपुर जिला प्रशासन द्वारा मनरेगा में पात्र महिला को जिला ग्राम रोजगार सहायक पद पर नियुक्ति नहीं देने पर जिला कलेक्टर आरूषि अजय मलिक की कार और जिला परिषद के फर्नीचर को कुर्क कर दिया है। जिला कलेक्टर की कार और जिला परिषद के फर्नीचर पर कुर्की का वारंट भी चस्पा कर दिया गया है। जिसमें लिखा हुआ है कि यदि एक महीने में पात्र महिला चंचल शर्मा को नियुक्ति नहीं दी गई तो जिला कलेक्टर की कार और जिला परिषद के फर्नीचर को सार्वजनिक रूप से नीलाम कर दिया जाएगा। हालांकि अभी इस मामले में कलेक्टर की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आयी है।
इस मामले के वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीनाथ शर्मा ने बताया कि वर्ष, 2008 में भरतपुर जिले के खोखर गांव की निवासी चंचल शर्मा पति रामचंद्र शर्मा ने मनरेगा में जिला ग्राम रोजगार सहायक पद के लिए आवेदन किया था। लेकिन पूरी योग्यता रखने के बावजूद उनकी जगह पर किसी 'अपात्र महिला' का चयन कर लिया गया और फिर उसे नियुक्ति भी दे दी गई। जिला प्रशासन के इस भ्रष्ट तरीके से परेशान पीड़ित चंचल शर्मा ने न्यायालय में अपील करते हुए परिवाद प्रस्तुत किया। न्यायालय ने इसी वर्ष चार महीने पहले जिला प्रशासन से चंचल शर्मा को जिला ग्राम रोजगार सहायक पद के लिए पात्र मानते हुए नियुक्ति कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन प्रशासन ने न्यायालय के आदेश को गंभीरता से नहीं लिया। ऐसी दशा में जिला प्रशासन की सीनाजोरी से परेशान महिला ने फिर न्यायालय की शरण ली। इसके बाद न्यायालय ने इसे अवमानना मानते हुए जिला कलेक्टर की कार और जिला परिषद के फर्नीचर को कुर्क कर नीलामी राशि से पीड़िता को भुगतान कर उसकी भरपाई करने के निर्देश दिए। जिनकी अनुपालना में गुरुवार को सेल अमीन वीरेंद्र गुप्ता ने जिला कलेक्टर की कार को कुर्क कर लिया, लेकिन जिला परिषद के कार्यालय की मय फर्नीचर समय अभाव के कारण कुर्की की कार्रवाई नहीं हो सकी। वीरेंद्र गुप्ता का कहना है कि अब यदि एक महीने में चंचल शर्मा को जिला प्रशासन द्वारा नियुक्ति नहीं दी जाती है तो सार्वजनिक रूप से जिला कलेक्टर की कार और जिला परिषद के फर्नीचर को नीलाम किया जाएगा। हालांकि न्यायालय के इस फैसले के विषय में जिला कलेक्टर का अभी तक कोई बयान नहीं आया है।