नई दिल्ली । दिल्ली में बढ़ती हुई दुर्घटनाओं को देखते हुए दिल्ली सरकार ने ड्राइविंग की एक स्वचालित और पारदर्शी परीक्षा व्यवस्था शुरु की है। बुधवार को परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने मयूर विहार के स्वचालित परीक्षा केंद्र में पहुंचकर रिमोट के जरिए अऩ्य केंद्रों की शुरुआत की। और झंडी दिखाकर परीक्षा के लिए आवेदकों को परीक्षा ट्रैक पर भेजा, जहां सीसीटीवी ने उनकी परीक्षा ली। जिसमें आवेदक के फेल या पास की जानकारी तुरंत मिल गयी।
दरअसल दिल्ली में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को लेकर दिल्ली सरकार काफी चिंतित है। इसलिए दुर्घटनाओं में कमी लाने और लाइसेंस बनवाने में पारदर्शिता लाने के लिए पहली बार दिल्ली में स्वचालित परीक्षा केंद्रों की शुरुआत की गयी है । इसमें ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अब ड्राइविंग की परीक्षा परिवहन विभाग के अधिकारियों को नहीं, बल्कि सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में देना पड़ेगा । परीक्षा देने के बाद सीसीटीवी कैमरा आवेदक को पास और फेल के बारे में तुरंत बता देगा। इस परीक्षा में रिवर्स, यातायात जंक्शन, ओवर टेकिंग समेत कई चीजों को देखा जाएगा। यदि कोई आवेदक अपनी ड्राइविंग परीक्षा का वीडियो देखना चाहता है तो उसे कंट्रोल रूम में लगे स्क्रीन पर देख सकता है। ये केंद्र मयूर विहार फेज-1, विश्वास नगर, सराय काले खां और शकूरबस्ती में बनाए गए हैं। इतना ही नहीं लाइसेंस की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है। आपको लाइन में लगने की कोई जरुरत नहीं है । प्रतिदन 300 आवेदकों की परीक्षा होगी, यदि आवेदक ज्यादा हुई तो संख्या बढ़ाई भी सकती है। गहलोत ने भरोसा दिलाया है कि जल्दी ही इसी तरह के आठ अन्य केंद्र भी खोल जाएंगे। उन्होंने कहा यदि कोई आवेदक परीक्षा में फेल हो जाता है तो वह घबराए नहीं उसे कुछ दिन बाद दोबारा सीसीटीवी की निगरानी में परीक्षा देने का मौका मिलेगा।