उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरियों में भर्ती को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार बड़े बदलाव की तैयारी पर विचार कर रही है। इसके अंतर्गत समूह 'ख' और 'ग' की भर्तियों में चयन के बाद उम्मीदवार को अब 5 वर्ष तक संविदा कर्मचारी के तौर पर काम करना होगा। और फिर 5 वर्ष की संविदा सेवा के दौरान जो छंटनी से बच जाएंगे उन्हें ही मौलिक नियुक्ति दी जाएगी। ,,, चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं,,,,