Main Menu

#postmankishikayatkaisekaren अब डाकिये विरुद्ध 3 तरीके से करें शिकायत

Watch the video

#postmankishikayatkaisekaren अब डाकिये विरुद्ध 3 तरीके से करें शिकायत
हमारे देश में एक सामान्य धारणा बन गयी है कि सरकारी अधिकारी या कर्मचारी बहुत निकम्मे होते हैं। वो अपने कार्य को जिम्मेदारी से नहीं करते हैं। और न ही जनता के कार्य को अपना कर्तव्य समझते हैं। यही स्थिति देश के ज्यादातर डाकघरों की भी है। डाकिया पहले तो मनीआर्डर, रजिस्टर्ड पोस्ट या स्पीड-पोस्ट समय पर घर तक नहीं पहुंचाता है और जब ग्राहक उसका कारण पूछता है तो डाकिया या डाककर्मी संतोषजनक उत्तर देने की जगह ग्राहक से गलत व्यवहार करने लगता है। ,,, चलिए हम आपको बताते हैं कि आप किन तीन तरीकों से डाकिये के विरुद्ध शिकायत कर सकते हैं।,,,,,
SHOW LESS
 
 

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार