हमारे देश में एक सामान्य धारणा बन गयी है कि सरकारी अधिकारी या कर्मचारी बहुत निकम्मे होते हैं। वो अपने कार्य को जिम्मेदारी से नहीं करते हैं। और न ही जनता के कार्य को अपना कर्तव्य समझते हैं। यही स्थिति देश के ज्यादातर डाकघरों की भी है। डाकिया पहले तो मनीआर्डर, रजिस्टर्ड पोस्ट या स्पीड-पोस्ट समय पर घर तक नहीं पहुंचाता है और जब ग्राहक उसका कारण पूछता है तो डाकिया या डाककर्मी संतोषजनक उत्तर देने की जगह ग्राहक से गलत व्यवहार करने लगता है। ,,, चलिए हम आपको बताते हैं कि आप किन तीन तरीकों से डाकिये के विरुद्ध शिकायत कर सकते हैं।,,,,,