अमेठी (उत्तर प्रदेश) । चोरी और सीनाजोरी करने वाले प्राथमिक स्कूल के एक सहायक शिक्षक समेत पांच सहायक शिक्षक बर्खास्त कर दिए गए हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रमाणपत्रों की सत्यापन रिपोर्ट मिलने के बाद इन सहायक शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की है। और एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही वेतन की राशि की रिकवरी का भी आदेश दे दिया है।
आपको बता दें कि वर्ष 2016 में 16,448 सहायक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया के तहत अमेठी जिले में 434 अभ्यर्थियों को अलग-अलग तिथि में नियुक्ति दी गई थी। इन सहायक शिक्षकों की नियुक्ति होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन कराया। सत्यापन के दौरान कई शिक्षकों के अंकपत्र व प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए। इसकी जानकारी मिलने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने संबंधित शिक्षकों से जवाब मांगा और इसके बाद उन्हें व्यक्तिगत तौर पर बुलाकर सुनवाई भी की। अंकपत्र व प्रमाणपत्र फर्जी पाए जाने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विनोद मिश्र के आदेश से जिला स्तरीय कमेटी ने प्राथमिक स्कूलों में दो वर्ष से कार्यरत पांच सहायक शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी। जिन शिक्षकों के अंकपत्र व प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए हैं, उनमें शुकुल बाजार के प्राथमिक विद्यालय तेंदुआ खास में तैनात नयन कुमार व इसी ब्लॉक के पीएस किशनी में तैनात अखिलेश कुमार यादव, जामों के पीएस पूरे पवरमेश्वरी में तैनात सरोज कुमार भारती, भादर के पीएस भदांव में तैनात अखिलेश कुमार सिंह व सिंहपुर ब्लॉक के पीएस शुक्लपुर में तैनात रामदेव शामिल हैं। बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज कराने और अब तक लिए गए वेतन की रिकवरी करने का आदेश संबंधित ब्लॉकों के खंड शिक्षाधिकारी को दिया है।
वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी की इस कार्रवाई से नाराज बर्खास्त सहायक शिक्षक नयन कुमार ने चोरी और सीनाजोरी वाले अंदाज में एक धमकी भरा पत्र लिख डाला। इस पत्र का उल्लेख बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सहायक शिक्षक के बर्खास्तगी आदेश में किया है। नयन कुमार ने 03 अक्टूबर को बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेजे गए पत्र में धमकाते हुए लहजे में लिखा था कि यदि उसके खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई, रिकवरी व एफआईआर की गयी तो, ऐसी स्थिति में उन्हें जान से हाथ धोना पड़ सकता है। इतना ही नहीं चेतवनी भरे लहजे में लिखा था कि मेरी सलाह को अन्यथा लेने की गलती मत कीजिएगा। बताया जा रहा है कि कई अन्य सहायक शिक्षकों के खिलाफ भी जांच चल रही है। फर्जी अंकपत्र व प्रमाणपत्र पाए जाने पर जल्द ही उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।