नरेंद्र मोदी सरकार की आयुष्मान भारत योजना रविवार (23) सितंबर से शुरू हो जाएगी। इस योजना का उद्देश्य गरीब लोगों को स्वास्थ्य संबंधी बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत सामाजिक व आर्थिक रूप से पिछड़ी जातियों के करीब 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपये का वार्षिक स्वास्थ्य बीमा मिलेगा।
आयुष्मान भारत योजना से लाभ:-
- 2011 की जनगणना में गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिलेगा।
- इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए पहले आपको अपनी पंचायत में पता करना होगा। इसके अलावा आपको mera.pmjay.gov.in पर जाना होगा। यहां आपको अपना मोबाइल नंबर टाइप करना होगा और कैप्चा डालना होगा। इसके बाद जेनरेट ओटीपी पर क्लिक करते ही आपके फोन पर एक मैसेज आएगा। उसमें लिखे ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) को वेबसाइट पर डालकर ओटीपी वेरिफाइ करना होगा। इसके बाद राज्य सेलेक्ट करना होगा और अन्य जानकारी जैसे मोबाइल नंबर या नाम आदि विकल्प चुनकर अपना नाम देख सकेंगे। लेकिन mera.pmjay.gov.in पर आपका नाम तभी दिखायी देगा जब आपका नाम सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (एसईसीसी) डेटाबेस में दर्ज होगा।
- आपको अस्पताल में जाकर आरोग्य मित्र से मिलना होगा और उसे अपना पहचान पत्र देना होगा। आरोग्य मित्र अपने डेटा में चेक करेगा कि मरीज योजना में योग्य है या नहीं। इसके बाद वह आपको एक ई-कार्ड देगा। इस कार्ड में आपकी फोटो और पता दर्ज होगा। एक बार ई-कार्ड बन जाने के बाद पूरी प्रक्रिया को दोहराना नहीं पड़ेगा। ई-कार्ड दिखा कर ही आगे भी योजना का लाभ ले सकेंगे।
- आयुष्मान योजना के तहत लाभार्थियों का इलाज बिल्कुल मुफ्त होगा। अस्पताल इसके लिए कोई राशि नहीं मांगेगे। यदि कोई आपसे रुपये की मांग करता है तो आप हेल्पलाइन नंबर 14555 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करवा सकेंगे।
- इस योजना में आपको ओपीडी का पैसा नहीं मिलेगा। मरीज को योजना का लाभ तभी मिलेगा जब वह अस्पताल में भर्ती होगा। यदि आप अस्पताल में भर्ती नहीं हो रहे हैं तो आपको इलाज का पैसा नहीं दिया जाएगा। भर्ती होने से तीन दिन पहले और डिस्चार्ज होने के 15 दिन बाद के खर्च की राशि मरीज को मिलेगी।
- आयुष्मान भारत योजना के लिए आपको आधार कार्ड की जरूरत नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के अनुसार किसी भी सरकारी स्कीम का लाभ उठाने के लिए आपको आधार कार्ड की जरूरत नहीं है।
आयुष्मान भारत योजना के दो भाग हैं:-
- पहला: 10.74 लाख परिवारों को मुफ्त 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा।
- दूसरा: हेल्थ वेलनेस सेंटर।
- इसमें देश भर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल किए जाएंगे।
- इन केंद्रों पर मुफ्त इलाज व दवाई की सुविधा मिलेगी।
- छत्तीसगढ़ में एक हजार, गुजरात में 1185, राजस्थान में 505, झारखंड में 646, मध्य प्रदेश में 700, महाराष्ट्र में 1450, पंजाब में 800, बिहार में 643 और हरियाणा में 255 हेल्थ वेलनेस सेंटर बनेंगे।