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अब घर बैठे मतदाता पहचान पत्र में करें बदलाव

अब घर बैठे मतदाता पहचान पत्र में करें बदलाव

नई दिल्ली। यदि आप अपने मतदाता पहचान पत्र में कोई बदलाव करना चाहते हैं तो अब आपको चुनाव आयोग के कार्यालय का चक्कर लगाने की जरुरत नहीं है। चुनाव आयोग ने डिजिटल इंडिया के तहत इस बार आगामी लोकसभा चुनाव से पहले मतदाता पहचान पत्र में बदलाव के लिए ऑनलाइन सेवा की सुविधा शुरु कर दी है। अब आप यह काम घर बैठे मिनटों में कर सकेंगे। इस सुविधा का इस्तेमाल करने के लिए बस आपको चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट www.nvsp.in पर लॉग ऑन करना होगा। और इसके बाद मतदाता पहचान पत्र में बदलाव के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा।

इतना ही नहीं, भारतीय चुनाव आयोग ने वेब आधारित एप्लिकेशन की भी शुरूआत की है। इस एप्लीकेशन के जरिए अधिकारियों को एसएमएस अलर्ट के माध्यम से नए नामांकन के बारे में अपने आप पता चल जाएगा।

मतदाता पहचान पत्र में बदलाव के लिए ऑनलाइन आवेदन:- 

  • मतदाता पहचान पत्र में बदलाव के लिए सबसे पहले www,nvsp.in वेबसाइट पर जाएं और बदलाव के लिए संबंधित दस्तावेज अपलोड करें।
  • मतदाता पहचान पत्र में बदलाव के लिए दस्तावेज:-
  1. एक पासपोर्ट साइज फोटो ।
  2. पहचान पत्र:- जैसे जन्म प्रमाणपत्र, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड या हाई स्कूल मार्कशीट।
  3. पते के प्रमाण के लिए:- राशन कार्ड, पासपोर्ट, डाइविंग लाइसेंस या बिजली, पानी व टेलिफोन बिल।
  • मतदाता पहचान पत्र में बदलाव के लिए संबंधित दस्तावेज अपलोड करने के बाद आप अपने आवेदन को सबमिट कर दें।
  • सबमिट करने के बाद आपके पास एक ई-मेल आएगा, जिसमें बदलाव और आवेदन की आईडी होगी।
  • इस आवेदन आईडी के जरिए आप मतदाता पहचान पत्र में बदलाव के लिए किए गए अपने निवेदन को ट्रैक कर सकते हैं।
  • आवेदन की तरीख से लेकर एक महीने के अंदर आपको मतदाता पहचान पत्र जारी कर दिया जाएगा।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार