रायपुर (छत्तीसगढ़)। बिलासपुर जिले के कई नाकारा शिक्षकों पर राज्य सरकार की गाज गिरी है। शिक्षा विभाग ने जिले के 11 शिक्षकों को रिटायर कर दिया है। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार की तर्ज पर राज्य के अधिकारियों और कर्मचारियों के सर्विस रिव्यू के आदेश के बाद शिक्षा विभाग ने इन शिक्षकों को जबरदस्ती रिटायर करने का आदेश दिया है।
आपको बता दें कि शिक्षा विभाग ने सर्विस रिव्यू के आधार पर ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार की गयी थी, जिन पर गंभीर आरोप थे, जो ड्यूटी से गायब रहते थे, जिनका प्रदर्शन ठीक नहीं था, या जिनका शैक्षिक स्तर अच्छा नहीं था। शिक्षा विभाग के रिव्यू की सूची प्राप्त करने के बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने इस वर्ष मार्च में शिक्षकों को रिटायर करने की सहमति दे दी थी। अब जाकर मामले पर अमल किया जा रहा है। रिटायर किए गए इन शिक्षकों में प्रधान पाठक ग्रेगरी कुजूर, अशोक चंद्रिकापुरे, नीलकिरण तिवारी, तिलकराम देवांगन, आरएस कछावा, अनूराम सिंगरील, नैनदास मिरे, त्रिलोकीनाथ दुबे, उच्च श्रेणी शिक्षक नीलेश चंद्र मदने, निर्मला भारद्वाज, राजीव कश्यप के नाम शामिल हैं।
गौरतलब है कि सर्विस रिव्यू के लिए विभागवार समितियां बनाई गई थीं। केंद्र सरकार के सर्विस रिव्यू में जहां दो आईएएस और तीन आईपीएस अधिकारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई थी, वहीं राज्य सरकार के सर्विस रिव्यू में पुलिस विभाग के प्रधान आरक्षक, एएसआई स्तर के करीब 40 अधिकारियों को हटाया गया था।