देहरादून (उत्तराखंड)। परिवहन विभाग ड्राइविंग लाइसेंस के लिए लिए जाने वाले टेस्ट में पारदर्शिता को बढ़ावा देने के उद्दश्य से अब नई व्यवस्था अमल में लाने जा रहा है। नई व्यवस्था के तहत परिवहन विभाग अब सिमुलेटर पर नहीं, बल्कि ड्राइविंग टेस्टिंग लेन पर चालकों की परीक्षा लेगा। परिवहन विभाग प्रदेश के 10 स्थानों पर ऑटोमेटेड ड्राईविंग टेस्ट लेन बनाने की तैयारी में लगा है। विभाग को भूमि भी मिल चुकी है। यह परीक्षा कैमरे में रिकॉर्ड की जाएगी। जो इस परीक्षा में पास होगा उसे ही लाइसेंस मिलेगा। बढ़ती दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया सख्त की जा रही है।
आपको बता दें कि समानांतर पार्किंग करने की दक्षता के लिए आपको- (क) एट (8) की आकृति बनाने की परीक्षा और (ख) गाड़ी से रिवर्स गियर में एस (s) बनाने की परीक्षा देनी होगी। जबकि (क) ढाल में खड़ी गाड़ी को बिना पीछे आए आगे चढ़ाई पर चढ़ाना (केवल 15 इंच की छूट) और (ख) दोपहिया वाहनों को दो बार एट (8) की आकृति बनाने की परीक्षा देनी होगी।
गौरतलब है कि ट्रांसपोर्ट पायलेट प्रोजेक्ट के तहत दून में सात दिसंबर 2015 को लर्निंग लाइसेंस की प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई थी। फरवरी 2016 से परमानेंट डीएल की प्रक्रिया भी ऑनलाइन हो गई। आरटीओ सुधांशु गर्ग ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइड लाइन के अनुसार ड्राइविंग लाइसेंस बनाने में सख्ती जरूरी है। असफल आवेदकों को एक माह बाद दोबारा परीक्षा का मौका दिया जाता है, लेकिन अगर वे दोबारा फेल होते हैं तो मौका तीन माह बाद मिलता है।
अब आपके डीएल, परमिट, रजिस्ट्रेशन और टैक्स की वैधता खत्म होने पर आपके मोबाइल पर एसएमएस आ जाएगा। यह एसएमएस परिवहन विभाग आपकी फाइल में दर्ज मोबाइल नंबर पर भेजेगा ताकि आप समय से अपने लाइसेंस व अन्य दस्तावेजों का नवीनीकरण करा सकें। आरटीओ ने बताया कि अगर किसी व्यक्ति ने मोबाइल नंबर बदल दिया है तो वह आरटीओ कार्यालय आकर नया नंबर अपडेट करा सकता है।