संस्कृत भाषा को विश्व की अन्य भाषाओं की जननी माना जाता है। संस्कृत भारतीय संस्कृति और सभ्यता की संवाहक भाषा भी मानी जाती है। विश्व भर में केवल संस्कृत ही एक ऐसी भाषा है जो पूरी तरह सटीक है। इसका कारण इसकी सर्वाधिक शुद्धता है। इसीलिये कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर के लिए संस्कृत को ही सबसे उपयुक्त भाषा माना जाता है। लेकिन चिंता की बात यह है कि आजकल यह भाषा नई पीढ़ी के बीच अपनी लोकप्रियता खोती जा रही है। विश्व के कई देश जहां संस्कृत की ओर लौट रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भारत में यही भाषा उपेक्षा का शिकार हो रही है। आखिर इसके क्या कारण हैं? आज हम इसी विषय पर संस्कृत भाषा के विद्वान और प्रयागराज जनपद के श्रंगवेरपुर में स्थित गौरीशंकर स्मारक संस्कृत महाविद्यालय में सहायक प्राध्यापक रहे त्रिपुरारी नाथ शुक्ल से चर्चा करेंगे...चलिये शुरु करते हैं। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/