योगी आदित्यनाथ की सरकार भ्रष्टाचार मुक्त उत्तर प्रदेश के दावे करती रहती हैं, लेकिन धरातल पर सच्चाई कुछ और ही है। ग्राम पंचायत स्तर पर हो रहे विकास कार्यों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी मिलकर जनता की मेहनत की कमायी को खुलेआम लूट रहे हैं। ताजा मामला प्रयागराज जिले के विकासखंड श्रृंगवेरपुर के अंतर्गत कोरारी गांव का है। जहां पंचायत भवन के निर्माण में व्यापक गड़बड़ी की जानकारी मिलने पर जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक सिन्हा ने ग्राम पंचायत अधिकारी प्रदीप मौर्या को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। अब धनूपुर विकास खंड के सहायक विकास अधिकारी प्रेमदास पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। चलिये आपको दिखाते हैं कि किस तरह से कोरारी के ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी ने पंचायत भवन के निर्माण में भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर दी हैं,,,,। हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/