हमारे देश में यह सामान्य धारणा बन गयी है कि यदि कोई व्यक्ति अपनी भूमि की नाप के लिए लेखपाल को बुलाएगा या फिर उससे संबंधित किसी अन्य कार्य के लिए संपर्क करेगा तो वह टालमटोल करेगा। यदि वह कार्य करने के लिए तैयार भी होगा तो कार्य करने स्थान पर घूस की मांग भी कर सकता है। इसीलिए जब तक बहुत आवश्यक न हो तब तक लोग लेखपाल के पास जाने से हिचकते हैं। ऐसी दशा में लोग असहाय हो जाते हैं कि आखिर करें तो क्या करें। ,,, चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं,,,,।