वो कहावत तो अवश्य सुनी ही होगी, देखो सौ चूहे खाकर बिल्ली हज करने को चली। आज हमारे देश के नेताओं का कुछ ऐसा ही हाल है। जिन सांसदों ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के राज्यसभा में मनोनयन के विरोध में हंगामा किया। शेम-शेम के नारे लगाए और सदन से वॉकआउट किया। उन्हीं 542 सांसदों में से लगभग 233 यानि 43 फीसदी सांसदों के खिलाफ न्यायालयों में आपराधिक मुकदमे लंबित हैं। ,,,, चलिए हम आपको बताते हैं विरोध की पूरी सच्चाई,,,