जींद (हरियाणा)। सड़क राज्य परिवहन विभाग में चालक के पद पर भर्ती के नाम एक बार फिर फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है। हैरान करने वाली बात यह है कि परीक्षा का फॉर्म न भरने के बावजूद युवकों को सड़क राज्य परिवहन विभाग के लेटर पैड पर रोडवेज में चालक के पद पर भर्ती के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र भेजे जा रहे हैं। हालांकि डिपो के महाप्रबंधक ने चालक पद पर किसी भी प्रकार की भर्ती से इनकार किया है।
आपको बता दें कि इस मामले का खुलासा तब हुआ जब जींद की राम कॉलोनी के राजेश और खोखरी गांव के जोगेंद्र जींद बस अड्डे पहुंचे और महाप्रबंधक कार्यालय में पूछा कि चालक के पदों पर भर्ती की जा रही है या नहीं, तो कार्यालय के द्वारा बताया गया कि इस तरह की कोई भर्ती नहीं हो रही है। इसके बाद उन्होंने डाक द्वारा उनके घर पर भेजे गए नियुक्ति पत्र को दिखाया। इस नियुक्ति पत्र में पता सड़क राज्य परिवहन विभाग, सेक्टर 148, बिल्डिंग नंबर 30, ग्रेटर नोएडा लिखा हुआ था। नियुक्ति पत्र में 2019 में आवेदन का हवाला देते हुए चालक पदों पर लंबित पड़े परिणाम को जारी कर सीधे सरकारी नौकरी पर चयन की बात कही गई है। इसमें कहा गया है कि आवेदक का कोई साक्षात्कार या परीक्षा नहीं होगी, चालक को 28500 रुपये प्रतिमाह सेलरी दी जाएगी, जिसमें हर साल 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। आवेदक का कार्यकाल 60 वर्ष की आयु तक होगा और अनुच्छेद 24-बी एक्ट के तहत पेंशन का लाभ नहीं मिलेगा।
इस मामले में राजेश, जोगेंद्र सिंह, जिले सिंह ने जानकारी दी कि डाक के माध्यम से उनके घर के पते पर जो नियुक्ति पत्र पहुंचा है, उस पर मोबाइल नंबर भी दिया गया है। जब उन्होंने उस नंबर पर बात की तो उनसे कहा गया कि चालक पद पर नियुक्ति के लिए 15 से 20 हजार रुपये की रिश्वत देनी पड़ेगी। वहीं जींद डिपो के महाप्रबंधक आरएस पूनिया ने कहा कि इस तरह की कोई भी नियुक्ति जींद डिपो में नहीं हो रही है। चालक पदों पर भर्ती के नाम पर जो नियुक्ति पत्र भेजे जा रहे हैं, वह फर्जी हैं।
गौरतलब है कि परिचालक पदों पर भर्ती के लिए करीब चार महीने पहले भी इसी तरह ऐसे फर्जी नियुक्ति पत्र भेजे गए थे, जिसमें रोहतक, यमुनानगर, जींद सहित दूसरे जिलों में कई लोग ठगी का शिकार हुए थे। अब फिर से यह सिलसिला शुरू हो गया है।