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मुख्य कार्यपालन अधिकारी रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार

मुख्य कार्यपालन अधिकारी रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार

शिवपुरी (मध्य प्रदेश)। लोकायुक्त पुलिस ने पिछोर नगर परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को 1 लाख 17 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह कार्रवाई पिछोर नगर परिषद अध्यक्ष संजय पाराशर के पुत्र की शिकायत के बाद की। मुख्य कार्यपालन अधिकारी नगर परिषद अंतर्गत स्वीकृत हुए निर्माण कार्यों के कार्यादेश देने के एवज में रिश्वत की मांग रहे थे।

लोकायुक्त पुलिस निरीक्षक पी.के. चतुर्वेदी और कविन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुधीर मिश्रा पिछोर नगर परिषद में अनुकम्पा नियुक्ति से सीएमओ पद पर पदस्थापित हैं। वह पिछले लम्बे समय से पिछोर नगर परिषद अध्यक्ष संजय पाराशर के बेटे मयंक पाराशर से नगर परिषद अंतर्गत स्वीकृत हुए निर्माण कार्यों के कार्यादेश देने के एवज में रिश्वत मांग रहे थे। मयंक पाराशर ने 10 जुलाई को ग्वालियर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में इस पूरे मामले की शिकायत की थी। शिकायत दर्ज करने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार करने की योजना बनायी। पुलिस की तय योजना के मुताबिक मयंक पाराशर ने थ्री स्टार होटल टूरिस्ट विलेज में मुख्य कार्यपालन अधिकारी को जैसे ही रिश्वत दी, वैसे ही होटल में मौजूद पुलिस टीम ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुधीर मिश्रा को 1 लाख 17 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने रिश्वत के रूप में लिए गए नोट का रंग और सीएमओ सुधीर मिश्रा के हाथ धुलवाकर केमिकल युक्त पानी मिलान के लिए अपने पास रख लिया। और सीएमओ सुधीर मिश्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988, संशोधित अधिनियम 2018 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। लोकायुक्त पुलिस अब इस मामले में सीएमओ के खिलाफ आगे की कार्यवाही शुरु कर दी है।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार