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विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना का शुभारंभ

विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना का शुभारंभ

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज झारखंड की राजधानी रांची में स्वास्थ्य सुरक्षा देना वाली महत्वाकांक्षी योजना 'प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना' का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत सरकार का देश के 10 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को पांच लाख रुपए प्रति परिवार स्वास्थ्य बीमा सुरक्षा मुहैया कराने का लक्ष्य है। लगभग 50 करोड़ लोग इस योजना के दायरे में आएंगे। इस योजना के तहत सामाजिक व आर्थिक रूप से पिछड़ी जातियों के करीब 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपये का वार्षिक स्वास्थ्य बीमा मिलेगा। यह योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना और सीनियर सिटीजन इंश्योरेंस स्कीम का स्थान लेगी। यह दुनिया का सबसे बड़ा सरकारी वित्त पोषित स्वास्थ्य सेवा प्रोग्राम है। 

आयुष्मान भारत योजना से लाभ:- 

  • 2011 की जनगणना में गरीबी रेखा से नीचे के करीब 50 लाख लोगों को 'प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ मिलेगा।
  • लाभार्थी सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में इसका लाभ उठा सकते हैं। इस योजना के दायरे में गरीब, वंचित ग्रामीण परिवार और शहरी श्रमिकों परिवारों की पेशेवर श्रेणियां आयेगी।
  • एसईसीसी के डाटाबेस में वंचना के आधार पर पात्रता तय की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में वंचना की श्रेणियों (डी1,डी2,डी3,डी4,डी5, डी6 और डी7) के आधार पर लाभार्थियों की पहचान की गयी है।
  • शहरी क्षेत्रों में 11 पेशवेर मापदंड पात्रता तय करेंगे। उनमें कूड़ा चुनने वाले, भिखारी, घरेलू सहायक, रेहड़ी-पटरी वाले, मोची, फेरीवाले या सड़क पर सेवाएं प्रदान करने वाले अन्य, निर्माण श्रमिक, नलसाज, राजमिस्त्री, श्रमिक, सफेदी करने वाले, वेल्डर, सेक्युरिटी गार्ड, कूली, सफाईकर्मी आदि शामिल हैं।
  • ऐसे परिवार जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत पंजीकृत हैं उनकों भी इसमें शामिल किया गया है।
  • सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना के मुताबिक, ग्रामीण इलाके के 8.03 करोड़ और शहरी इलाके के 2.33 करोड़ गरीब परिवारों को इससे लाभ होगा।
  • इस योजना में शामिल होने के लिए लोगों को दफ्तरों के चक्कर लगाना जरूरी नहीं है। सरकार सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना-2011(एसईसीसी) के आधार पर लाभार्थियों को खुद चुन कर कार्ड भेजेगी। छोटी-बड़ी कुल 1350 से अधिक बीमारियों का इलाज कैशलेस होगा।
  • 'प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में लाभार्थियों की मदद करने के लिए आयुष्मान मित्र भी तैनात किये गये है। ये आयुष्मान मित्र आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की मदद करेंगे। वह लाभार्थी व हॉस्पिटल के बीच समन्वय स्थापित करेंगे।
  • इस योजना के लाभार्थी देश भर में सरकारी या प्राइवेट अस्पतालों में कैशलेस इलाज करा सकेंगे। इतना ही नहीं सभी राज्यों के सरकारी अस्पतालों को इस स्कीम में शामिल माना जाएगा। इसके साथ ही प्राइवेट और ईएसआई अस्पताल में भी शामिल रहेंगे।
  • देश भर के सरकारी एवं निजी क्षेत्र के 15,000 से अधिक अस्पतालों में लाभार्थियों को 5 लाख तक के मुफ्त इलाज का लाभ मिलेगा।
  • बीमा कवर के लिए उम्र की भी बाध्यता नहीं रहेगी। इसमें पहले से मौजूद बीमारियां भी कवर होंगी।
  • इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए पहले आपको अपनी पंचायत में पता करना होगा। इसके अलावा आपको mera.pmjay.gov.in पर जाना होगा। यहां आपको अपना मोबाइल नंबर टाइप करना होगा और कैप्चा डालना होगा। इसके बाद जेनरेट ओटीपी पर क्लिक करते ही आपके फोन पर एक मैसेज आएगा। उसमें लिखे ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) को वेबसाइट पर डालकर ओटीपी वेरिफाइ करना होगा। इसके बाद राज्य सेलेक्ट करना होगा और अन्य जानकारी जैसे मोबाइल नंबर या नाम आदि विकल्प चुनकर अपना नाम देख सकेंगे।  लेकिन mera.pmjay.gov.in पर आपका नाम तभी दिखायी देगा जब आपका नाम सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (एसईसीसी) डेटाबेस में दर्ज होगा।
  • आपको अस्पताल में जाकर आरोग्य मित्र से मिलना होगा और उसे अपना पहचान पत्र देना होगा। आरोग्य मित्र अपने डेटा में चेक करेगा कि मरीज योजना में योग्य है या नहीं। इसके बाद वह आपको एक ई-कार्ड देगा। इस कार्ड में आपकी फोटो और पता दर्ज होगा। एक बार ई-कार्ड बन जाने के बाद पूरी प्रक्रिया को दोहराना नहीं पड़ेगा। ई-कार्ड दिखा कर ही आगे भी योजना का लाभ ले सकेंगे।
  • 'प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लाभार्थियों का इलाज बिल्कुल मुफ्त होगा। अस्पताल इसके लिए कोई राशि नहीं मांगेगे। यदि कोई आपसे रुपये की मांग करता है तो आप हेल्पलाइन नंबर 14555 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करवा सकेंगे।
  • इस योजना में आपको ओपीडी का पैसा नहीं मिलेगा। मरीज को योजना का लाभ तभी मिलेगा जब वह अस्पताल में भर्ती होगा। यदि आप अस्पताल में भर्ती नहीं हो रहे हैं तो आपको इलाज का पैसा नहीं दिया जाएगा। भर्ती होने से तीन दिन पहले और डिस्चार्ज होने के 15 दिन बाद के खर्च की राशि मरीज को मिलेगी। 
  • 'प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लिए आपको आधार कार्ड की जरूरत नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के अनुसार किसी भी सरकारी स्कीम का लाभ उठाने के लिए आपको आधार कार्ड की जरूरत नहीं है। 

'प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के दो भाग:-

    1. पहला:  10.74 लाख परिवारों को मुफ्त 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा। 
    1. दूसरा:  हेल्थ वेलनेस सेंटर। 
  • देश में 1.5 लाख गांव में हेल्थ और वेलनेस सेंटर खुलेंगे। यहां सिर्फ बीमारी का इलाज ही नही होगा बल्कि यहां पर हेल्थ चेकअप की सुविधा भी मिलेगी।
  • इन केंद्रों पर मुफ्त इलाज व दवाई की सुविधा मिलेगी।
  • छत्तीसगढ़ में एक हजार, गुजरात में 1185, राजस्थान में 505, झारखंड में 646, मध्य प्रदेश में 700, महाराष्ट्र में 1450, पंजाब में 800, बिहार में 643 और हरियाणा में 255 हेल्थ वेलनेस सेंटर बनेंगे। 

'प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना' का किसे नहीं मिलेगा लाभ:-

  • 'प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना' पूरी तरह से कैशलेस और पेपरलेस होगी।
  • सामाजिक आर्थिक और जातीय जनगणना 2011 के हिसाब से जिस परिवार के पास 2 पहिया, 3 पहिया, 4 पहिया वाहन है या फिशिंग बोट है, या एग्रीकल्चर इक्विपमेंट (ट्रैक्टर) हैं उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
  • परिवार जिसके पास 50 हजार रुपए से ज्यादा की लिमिट का क्रेडिट कार्ड है वो इस योजना में शामिल नहीं होंगे।
  • परिवार जिसका सदस्य सरकारी नौकरी करता है वो भी इस स्कीम का हिस्सा नहीं बन पाएंगे।
  • आयुष्मान भारत योजना के लाभ के लिए शर्तें परिवार जिसका गैर कृषि कारोबार सरकार में रजिस्टर्ड है वो आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं उठाएंगे।
  • यदि परिवार में कोई सदस्य 10 हजार रुपए से अधिक कमाता है तो वो भी पात्र नहीं है।
  • इसके अलावा इनकम टैक्स भरने वाले परिवार को भी इसमें शामिल नहीं किया जाएगा।
  • जो प्रोफेशनल टैक्स भरते हैं या जिनके पास 3 या उससे अधिक कमरे का पक्की दीवार और छत वाला मकान है। जिसके पास 2.5 एकड़ से ज्यादा की जमीन और 1 सिंचाई यंत्र है वो भी शामिल नहीं होंगे।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार