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300 रुपए में एक बोरी 'आधार कार्ड' ले लो !

300 रुपए में एक बोरी 'आधार कार्ड' ले लो !

सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश)। ऐसा लगता है देश में नागरिकता को लेकर विरोध प्रदर्शन और हिंसा करने वाले लोगों के लिए सुल्तानपुर में बहुत ही अनोखा अवसर है ! सुल्तानपुर के हनुमानगंज बाजार में आधार कार्ड 300 रुपए प्रति बोरी मिल रहा है। यदि कोई चाहे तो बहुत ही सस्ते दाम में इस सुविधा का लाभ उठा सकता है ! और अपनी इच्छा पूरी कर सकता है। 

आपको बता दें कि इस गंभीर मामले का खुलासा तब हुआ जब सुल्तानपुर कोतवाली देहात के हनुमानगंज बाजार में कबाड़ की दुकान चलाने वाले शीतला प्रसाद वर्मा के यहां से 125 आधार कार्ड व दर्जनों बैंक संबंधी पत्र बरामद हुए। शीतला प्रसाद वर्मा का दावा है कि उन्होंने तीन दिन पहले किसी फेरी वाले से कबाड़ के रूप में एक बोरा कागज तीन सौ रुपये में खरीदा था। जब उन्होंने बोरे को खोला तो उसमें करीब 500 की संख्या में आधार कार्ड मिले। इसमें वजूपुर, बेलासदा, पखरौली, धरौली, अमहट, गोराबारिक, इस्लामगंज, अहिरौली, भरखरे, सहित दर्जनों गांवों के आधार कार्ड शामिल थे। शीतला प्रसाद वर्मा का कहना है कि आधार मिलने पर उसने संबंधित प्रधानों को सूचित किया। बाद में करोमी के प्रधान शान आलम उर्फ बब्बन और अहिरौली के रामचंदर दूबे ने इसकी जानकारी सांसद प्रतिनिधि रंजीत सिंह को दी। इस घटना की सूचना मिलने के बाद रंजीत सिंह ने शनिवार को पुलिस को मामले की सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस आनन-फानन में मौके पर पहुंची और शीतला प्रसाद वर्मा की दूकान से करीब 125 आधार कार्ड व दर्जनों बैंक संबंधी पत्र भी बरामद किये। जिसके बाद शीतला प्रसाद वर्मा ने थाने में मामले की शिकायत दर्ज करवायी। वहीं सुल्तानपुर देहात कोतवाल शरद कुमार का कहना है कि मामला संज्ञान में है। छानबीन की जा रही है। 

जबकि इस घटना ने डाक विभाग व सरकारी व्यवस्था की कार्य प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर इतनी भारी संख्या में आधार कार्ड कबाड़ी के यहां कैसे पहुचे। और इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार कौन है। इस घटना ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस आधार कार्ड का इस्तेमाल करके कोई भी अराजक तत्व आतंकी व आपराधिक वारदातों को अंजाम दे सकता है। जबकि कुछ लोगों का मानना है कि नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर देश भर में जारी विरोध व 26 जनवरी नजदीक होने के कारण इतनी बड़ी संख्या में आधार कार्ड बरामद होना कोई बड़ी साजिश हो सकती है। इसलिए मामले की जांच कर दोषियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार