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गड़बड़ी की शिकायत कहां दर्ज कराएं

गड़बड़ी की शिकायत कहां दर्ज कराएं

शिकायत दर्ज कराने का अधिकार

  • कोई भी प्राधिकृत अधिकारी शिकायत दर्ज करा सकता है
  • संबद्ध उपभोक्ता शिकायत दर्ज करा सकता है
  • मान्यता प्राप्त उपभोक्ता संगठन शिकायत दर्ज करा सकता है

शिकायत कहां करें

  1. जिला मुख्यालय स्थित जिला उपभोक्ता फोरम में शिकायत करें
  2. इलाके के माप-तोल निरीक्षक को शिकायत करें
  3. संबद्ध राज्य या केंद्रशासित क्षेत्र के माप-तोल नियंत्रक को शिकायत करें।
  • आप इस बारे में अदालत में मुकदमा भी दायर कर सकते हैं यह अदालत मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट या प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट से निचले दर्जे की नहीं होनी चाहिए ।

माप-तोल मानक अधिनियम 1976 में मनाही

  1. मानक पर खऱे न उतरने वाले तोल तथा माप के उपकरणओं से चीजों की बिक्री की मनाही।
  2. अपने घऱ या दुकान में मानक पर खऱे न उतरने वाले माप-तोल के उपकरण रखने पर मनाही।
  3. माप-तोल के उपकरणों से छेड़छाड़ करने पर मनाही।
  4. जितना मूल्य चुकाया गया हो, उससे कम मात्रा अथवा संख्या में वस्तु देने पर मनाही।
  5. जितना मूल्य चुकाया गया हो, उससे ज्यादा मात्रा या संख्या में वस्तु या वस्तुओं की मांग करना अथवा प्राप्त करने पर मनाही।
  6. किसी संविदा या समझौते में माप-तोल और संख्या के अमानक पैमानों का उल्लेख करने पर मनाही।
  7. किसी वस्तु का मूल्य माप-तोल के अमानक पैमानों में बताना या प्रदर्शित करने पर मनाही।
  8. ऊपर उल्लिखित नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माना औऱ जेल दोनों की सजा हो सकती है ।

 

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।