पटना (बिहार) । पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता सुरेश कुमार सिंह को राज्य निगरानी ब्यूरो ने 14 लाख रुपए रिश्वत लेते उसके घर से गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई के दौरान सवा दो करोड़ रुपए की नगदी भी बरामद हुई है। रिश्वतखोर इंजीनियर के साथ उसके एक लेखा लिपिक को भी हिरासत में लिया गया है।
राज्य निगरानी ब्यूरो के डीएसपी गोपाल पासवान ने बताया कि कॉन्ट्रैक्टर अखिलेश कुमार जायसवाल की कंपनी सड़क निर्माण के क्षेत्र में काम करती है। अखिलेश कुमार जायसवाल ने शिकायत दर्ज कराई थी कि इंजीनियर सुरेश प्रसाद सिंह और उनके कार्यालय में तैनात लेखा लिपिक शशिभूषण विक्रम वाया गोड़वा मोड़ से अम्हारा मोड़ तक सड़क निर्माण कार्य के लिए सड़क की कुल लागत का एक प्रतिशत (32 लाख रुपए ) रिश्वत के रूप में मांग रहे हैं। हालांकि बाद में बात 28 लाख पर तय हुई। तय समय के मुताबिक शनिवार को जब शिकायतकर्ता इंजीनियर सुरेश प्रसाद सिंह और लेखा लिपिक को रिश्वत की रकम 14 लाख देने पहुंचा तो निगरानी टीम ने मौके पर ही इंजीनियर को गिरफ्तार कर लिया। सड़क निर्माण की कुल लागत 44 करोड़ रुपए है। आरोपी के घर हुई तलाशी में ब्यूरो को पटना में उसके तीन फ्लैट, एक मकान, नोएडा में एक फ्लैट, रूपसपुर पटना में दो फ्लैट और बिहटा में 14 कट्ठा जमीन एग्रीमेंट के कागजात, 26 एलआईसी पॉलिसी में निवेश से संबंधित कागजात मिले हैं। इसके अलावा आरोपी के पास एक स्कार्पियो और एक डस्टर गाड़ी भी बरामद की गई है। बिहार में किसी सरकारी कर्मी के घर से अब तक की यह सबसे बड़ी बरामदगी है। इतनी बड़ी रकम किसी भी छापेमारी में बरामद नहीं हुई है।