नई दिल्ली । अरविंद केजरीवाल की सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। आयकर विभाग ने इनकम टैक्स रिटर्न्स को लेकर एक बार फिर उनके घर में छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान 100 करोड़ की टैक्स चोरी का खुलासा हुआ। आयकर विभाग ने गहलोत और उनके परिवार के सदस्यों के यहां छापेमारी में 35 लाख रुपए कैश बरामद किए हैं। वहीं 175 से ज्यादा बेनामी संपत्ति के बिल के दस्तावेज भी मिले हैं। छापेमारी में एक ड्राइवर के नाम से भी प्रॉपर्टी भी मिली है। वहीं 2 करोड़ रुपए से ज्यादा के जेवरात भी मिले हैं। कहा जा रहा है कि इस मामले में ईडी और सीबीआई केस दर्ज कर सकती है।
आयकर विभाग की 19 टीमों ने दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के दिल्ली में वसंतकुंज, पश्चिम विहार, नजफगढ़, और गुरुग्राम समेत कई ठिकानों पर सुबह साढ़े छह बजे से ही आयकर विभाग के 19 टीमों के सौ से ज्यादा कर्मचारियों ने एक साथ छापेमारी की कार्रवाई की। आयकर विभाग की प्रवक्ता शुभी अहलूवालिया ने बताया कि "यह छापेमारी ब्रिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपर्स लिमेटेड और कॉरपोरेट इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के दफ्तर समेत दिल्ली और गुरुग्राम के 16 ठिकानों पर हुई। जिसे गहलोत और उनके परिवार के लोग चलाते हैं। उन्होंने बताया कि मंत्री और अन्य लोगों से जुड़े दो विनिर्माण फर्मों के खिलाफ कर चोरी की जांच के सिलसिले में यह कार्रवाई की जा रही है। छापे में 35 लाख नगद के साथ ही बेनामी संपत्ति के कागज मिले हैं।"
वहीं इस कार्रवाई के बाद आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताते हुए प्रधानमंत्री से दिल्ली वालों से माफी मांगने को कहा। वहीं दिल्ली भाजपा प्रदेशा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कैलाश गहलोत को तुरंत मंत्री पद से हटाने की मांग की है। आपको बता दें कि कैलाश गहलोत दिल्ली सरकार में परिवहन, कानून, राजस्व सूचना प्रौद्योगिकी व प्रशासनिक विभाग के मंत्री हैं और नजफगढ़ से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं।