फैजाबाद (उत्तर प्रदेश)। खेल अनुदेशक के पद पर नियुक्ति न होने से नाराज बीपीएड संघर्ष मोर्चा ने हर वर्ष की तरह इस बार भी 21 जून को योग दिवस के विरोध में धरना-प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। चौथे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर बीपीएड अभ्यर्थियों का यह धरना-प्रदर्शन फैजाबाद के गुलाबबाड़ी पार्क में सुबह 10 बजे होगा। जिसमें फैजाबाद के सभी बीपीएड धारियों को पहुंचने की अपील की गयी है। इस ऐलान के दौरान पार्क में बीपीएड संघर्ष मोर्चा के महासचिव समेत भारी संख्या में बीपीएड डिग्रीधारी मौजूद थे।
इस मौके पर संगठन के प्रदेश महासचिव आकाश गुप्त ने कहा कि प्रदेश में करीब 1 लाख बीपीएड डिग्री धारी युवकों ने 1 लाख रुपए खर्च करके योग का एक वर्षीय डिप्लोमा भी प्राप्त किया, लेकिन रोजगार के अभाव में उनका बुरा हाल है। केंद्र सरकार योग को बढ़ावा देने की बात करती है, लेकिन योग के शिक्षकों की भर्ती करने से करता रही है। वहीं संगठन के जिला अध्यक्ष हौसिला प्रसाद यादव ने बीपीएड के प्रशिक्षण पर रोक लगाने की मांग की है।
आपको बता दें कि गोरखपुर में आठवीं बार बीपीएड अभ्यर्थियों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भरोसा दिया था कि वह जल्दी ही इस भर्ती को करवाएंगे। लखनऊ पहुंचते ही उन्होंने अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा राज प्रताप सिंह से अतिरिक्त प्रभार ले लिया । और उनकी जगह अवनीश अवस्थी को अपर मुख्य सचिव बना दिया। राज प्रताप सिंह पर आरोप है कि उन्होंने धमकी दी थी कि जब तक हम इस कुर्सी पर हैं इस भर्ती को नहीं करेंगे। इससे ऐसा लगता है कि योगी सरकार में नौकरशाह बेलगाम हैं या फिर मुख्यमंत्री प्रदेश के नव जवानों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। वहीं बेसिक शिक्षा मंत्री का कहना है कि हम विश्वास दिला रहें कि हम सुप्रीम कोर्ट नहीं जायेंगे और भर्ती करने चल रहे हैं। हो सकता है जून में शुरू कर दें। हालांकि अभी तक भर्ती की कोई तारीख नहीं घोषित की गयी है। बीपीएड अभ्यर्थियों का आरोप है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 28 मार्च 2018 को अधिकारियों को आदेश दिया था कि 1 सप्ताह के अंदर भर्ती की प्रक्रिया को जल्दी से जल्दी बहाल किया जाए। इसको लेकर 4 अप्रैल 2018 को अधिकारियों के साथ अभ्यर्थियों की बैठक भी हुई थी। इस बैठक में अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि 1 सप्ताह के भर्ती प्रक्रिया शुरु कर दी जाएगी। इलाहाबाद हाईकोर्ट की डबल बेंच ने 12 अप्रैल 2018 को आदेश दिया था कि बीपीएड अभ्यर्थियों की भर्ती 2 महीने के अंदर कर दी जाए और कंप्लाइंस रिपोर्ट सबमिट की जाए। लेकिन इन तानाशाह अधिकारियों ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की है। सरकार पर आरोप है कि उसने 32022 खेल अनुदेशकों की भर्ती में धांधली की समीक्षा करने के नाम पर रोक दिया है।