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अंत्योदय सरल प्लेटफॉर्म ने दलालों पर लगायी लगाम

अंत्योदय सरल प्लेटफॉर्म ने दलालों पर लगायी लगाम

चंडीगढ़ (हरियाणा)। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा की भ्रष्ट प्रशासनिक व्यवस्था पर लगाम लगाने के लिए बड़ी पहल की है । मुख्यमंत्री ने अंत्योदय सरल प्लेटफार्म के माध्यम से बिना बिचौलियों के विभागीय योजनाओं एवं सेवाओं का लाभ पहुंचाना शुरु कर दिया है। अंत्योदय सरल प्लेटफार्म के जरिए अब तक 32 लाख लोग 37 विभागों की 491 सेवाओं का लाभ प्राप्त कर चुके हैं। इसकी वजह से अब राज्य के लोगों को कार्यालयों के चक्कर काटने से भी छुटकारा मिल गया है। 

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अंत्योदय सरल प्लेटफार्म के माध्यम से आम लोगों को एक छत के नीचे योजनाओं का लाभ देने की व्यवस्था सुनिश्चित की है, जिसके नतीजों से लोग काफी राहत महसूस कर रहे हैं। वहीं मनोहर सरकार का दावा है कि यह सुविधा सूबे में पूर्व में प्रशासनिक व्यवस्था पर हावी दलाल संस्कृति पर बड़ा शिकंजा है। इससे पहले प्रदेश में लोग किसी योजना व सेवा का लाभ उठाने से पहले योजना को लेकर बेहतर जानकारी के अभाव होने, अलग-अलग के फार्म होने व उन्हें भरने में आने वाली परेशानियों में ही उलझा रहता था। जिससे उसे संबंधित योजना का लाभ मिलने में ही देरी हो जाती थी। जिसका फायदा बिचौलिए उठाते थे।

गौरतलब है कि जनवरी से मई 2019 तक 17 लाख आवेदन अलग-अलग माध्यम से विभिन्न विभागों की सेवाओं के लिए आम लोगों के द्वारा किए गए हैं। इसमें 47 फीसद आवेदन आनलाइन, 32 फीसद कामन सर्विस सेंटर और 21 फीसद आवेदन सरल केंद्रों के माध्यम से हासिल हुए हैं। इसमें जनवरी, फरवरी एवं मार्च माह में आनलाइन 70 फीसद, 57 फीसद एवं 44 फीसद आवेदन किए गए, जबकि अप्रैल एवं मई माह में कामन सर्विस सेंटर के माध्यम से क्रमश: 42 और 40 फीसद आवेदन हुए हैं।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि '' हरियाणा में सरल शासन व्यवस्था के लिए रोडमैप तैयार किया गया था, जिसके तहत आमजन को सरल, सभी जरूरी योजनाओं को पाबंद तरीके से लंबे समय तक चलने वाले शासन की आधारशिला रखी गई। इसके तहत सभी सरकारी योजनाओं को ऑनलाइन किया गया। हमने विभागों की कार्य क्षमता को बढ़ाने, भ्रष्टाचार मिटाने और समय-धन की बर्बादी रोकते हुए एक छत के नीचे लाभ मिलना सुनिश्चित किया है। अब नागरिकों को विभागीय कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

आधार की प्राइवेसी को मजबूत बनाने के लिए UIDAI ने अब नया क्यूआर कोड (QR code) जारी किया है। जिसे 12 अंकों का आधार नंबर बताए बिना ऑफलाइन यूजर वेरिफिकेशन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

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