जिला चिकित्सालय की लापरवाही से खतरे में पड़ी जान
Feb 04, 2016
श्रीमानजी मैं अपनी माता जीश्रीमती शैलकुमारी के इलाज के लिये उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जिले के जिलासयुक्त चिकित्सालय मे इलाज के लिये दि,५/१/.१६ को लेगया जोकि नियमानुसार हमने एक रुपया सुलक का परचा बनवा लिया और डॉकटरो के अदेशा अनुसार अल्ट्रासाउन करने के लिये कहा गया जोकि हमने उस जॉच प्रक्रीया पुरा कर लिया और १५ मिनट मे हमे जॉच रिर्पोट मिल गयी जिसमे ये लिखा गया था कि दोनो किटनी मे ५.५.mmका स्टोन बतया गया जिसको दवा द्वारा निकलने कि जानकारी दियगी और साथ मे दवा भी दिया गया और बहर से भी लिखा गया तीन चार दिनो तक दवा खिलाई गयी जिससे दि , ९/१/.१६. को उनकी हालत और भी बीगड गयी जोकि इलाहाबाद एक निजि हास्पिटल मे भर्ती करना पडा और वहा भी अल्ट्रासाउन करवाना पडा जिसमे आत मे सुजन बताई गयी और उसका ईलाज सुरु कर दिया गया जिससे काफी मिसकी और अब हम उस जिला सयुक्त चिरित्सालय मे किसके ऊपर सिकायत करे।
Thanks
एनडी तिवारी