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अब ऑनलाइन विधानसभा क्षेत्र के विकास कार्य !

अब ऑनलाइन विधानसभा क्षेत्र के विकास कार्य !

धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश)। डिजिटल इंडिया की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। धर्मशाला के विकास कार्यों में भ्रष्टाचार को रोकने और पारदर्शिता लाने के लिए ई विधानसभा प्रबंधन एप के तहत ऑनलाइन विधायकों सहित सभी विभागाध्यक्षों को जोड़ा गया है। अब जिले के विधायक इस एप के जरिए अपने विधानसभा क्षेत्र के सभी विकास कार्यों की जानकारी ऑनलाइन ले सकेंगे। और अधूरी पड़ी परियोजनाओं के लिए धन की उपलब्धता और कार्य में प्रगति लाने के लिए प्रयास भी कर सकेंगे।

धर्मशाला के तपोवन में स्थित विधानसभा परिसर में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने 15 विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों और अधिकारियों के लिए ई-विधान प्रबन्धन कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में विधायकों को विकास कार्य की ऑनलाइन जानकारी देने के लिए एक प्रशिक्षण भी दिलवाया गया। इस एप की प्रक्रिया से जिले के सभी विभाग अध्यक्षों को अवगत भी करवाया गया। ऑनलाइन इस प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए सभी विभागों के मुखियाओं को यूजर आईडी व पासवर्ड भी जारी किया गया है। इस सुविधा के चलते विकास कार्यों की जानकारी देने से अब वह अधिकारी नपेंगे, जो कार्य को लेकर कोताही बरतते हैं। अधिकारी विकास कार्य को लेकर अब तक हुई प्रगति या रुकावट या फिर कार्य के पूरा न होने के बारे में लिखित जवाब अपने क्षेत्र के विधायक को देंगे।

डॉ. बिन्दल ने कहा कि ई-विधान प्रबंधन प्रणाली के लागू होने से कार्य में दक्षता और पारदर्शिता आएगी। ई-विधान प्रबंधन कार्यशाला का उद्देश्य विधायकों, जनता, सरकार और अधिकारियों में परस्पर संपर्क कायम करना है। उन्होंने कहा कि मोबाइल एप के माध्यम से विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे विकास कार्यों की जानकारी ले सकेंगे, अधूरी पड़ी परियोजनाओं के लिए धन की उपलब्धता और कार्य में प्रगति लाने के लिए प्रयास करने में सक्षम होंगे।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

आधार की प्राइवेसी को मजबूत बनाने के लिए UIDAI ने अब नया क्यूआर कोड (QR code) जारी किया है। जिसे 12 अंकों का आधार नंबर बताए बिना ऑफलाइन यूजर वेरिफिकेशन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

दिव्यांग का अधिकार

बंदी (कैदी) का अधिकार

भवन निर्माण का अधिकार

साइबर (इंटरनेट) सेवा का अधिकार