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बैंक और मोबाइल सिम के लिए वैकल्पिक होगा 'आधार'

बैंक और मोबाइल सिम के लिए वैकल्पिक होगा 'आधार'

नई दिल्ली । बैंकों और मोबाइल फोन के ग्राहकों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार आधार कानून में संशोधन करने जा रही है। इसमें सरकार बैंकों और मोबाइल कंपनियों के ग्राहकों को ईकेवाईसी के लिए आधार का विकल्प देने जा रही है। जो अनिवार्य न हो कर वैकल्पिक होगा । ग्राहक चाहे तो ईकेवाईसी का इस्तेमाल करे या न करें, यह उसके विवेक पर निर्भर होगा।

बताया जा रहा है कि इलेक्ट्रानिक व सूचना प्रद्यौगिकी मंत्रालय ने बैंको और मोबाइल कंपनियों के लिए ईकेवाईसी के वैकल्पिक इस्तेमाल के संशोधन प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। सरकार इस संशोधन प्रस्ताव के विधेयक को मौजूदा शीतकालीन सत्र में पेश कर सकती है। इस कानून के बन जाने के बाद ग्राहक के पास बैंक खातों और मोबाइल सिम खरीदने के लिए ईकेवाईसी के रुप में आधार के इस्तेमाल का भी विकल्प रहेगा। जबकि कुछ समय पहले सर्वोच्च न्यायालय ने अपने अहम फैसले में आधार अधिनियम की धारा 57 को खत्म कर दिया था। जिसके तहत सरकार से मिलने वाली सभी सब्सिडी और छात्रवृत्तियों को छोड़कर बाकी चीजों के लिए आधार के इस्तेमाल करने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया था। हालांकि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद ही वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संकेत दिया था कि सरकार मौजूदा कानून में बदलव करेगी।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

आधार की प्राइवेसी को मजबूत बनाने के लिए UIDAI ने अब नया क्यूआर कोड (QR code) जारी किया है। जिसे 12 अंकों का आधार नंबर बताए बिना ऑफलाइन यूजर वेरिफिकेशन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

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