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डीपीआरओ के अधिकारियों ने की 15 करोड़ की धांधली

डीपीआरओ के अधिकारियों ने की 15 करोड़ की धांधली

बाराबंकी (उत्तर प्रदेश) । स्वच्छ भारत मिशन के तहत बन रहे शौचालयों की राशि में धांधली का दौर जारी है। बाराबंकी जिले में शौचालय निर्माण के लिए आए बजट में अधिकारियों ने करीब 15 करोड़ रुपये की धांधली कर दी। जब इस धांधली की जानकारी  उच्च अधिकारियों को मिली तो उन्होंने आनन-फानन में शौचालय की राशि की वापसी की कवायद शुरु कर दी । हालांकि उच्च अधिकारियों की इस कवायद के बाद अब तक 8 करोड़ रुपये की वापसी हो चुकी है। 

गौरतलब है कि बाराबंकी जिले में पैसों की कमी होने के बावजूद पंचायती राज विभाग के अधिकारियों ने अनोखा कारनामा कर दिखाया । इन्होंने 125 ग्राम पंचायतों को शौचालय निर्माण के लिए जरूरत से ज्यादा, करीब 15 करोड़ की धनराशि उपलब्ध करा दी। जब इस गड़बड़ी की जानकारी जिले के मुख्य विकास अधिकारी को हुई तो उन्होंने संबंधित ग्राम पंचायतों को चिन्हित कराकर राशि की रिकवरी किए जाने का आदेश दिया। हालांकि इस कवायद के बाद अब तक 15 करोड़ में से करीब 8 करोड़ रुपयों की रिकवरी की जा चुकी है, और करीब 7 करोड़ रुपये की रिकवरी के लिए ग्राम पंचायतों को नोटिस दिया गया है। जिन ग्राम पंचायतों ने राशि वापस नहीं की है, उन्हें मुख्य विकास अधिकारी ने 4 दिन का और समय दिया है। यदि इस समय के बीत जाने के बावजूद ग्राम पंचायतें राशि नहीं लौटाती हैं तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवायी जाएगी। वहीं स्वच्छ भारत मिशन के जिला सलाहकार उद्धव राय ने बताया कि ग्राम पंचायतों में पंचायत सचिव और एडीओ पंचायतों की लापरवाही से जरूरत से अधिक की धनराशि की डिमांड कर दी गई थी। यही कारण है कि शौचालय निर्माण का आया पैसा पंचायतों में अतिरिक्त चला गया है, जिसके रिकवरी के आदेश हो चुके हैं।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

आधार की प्राइवेसी को मजबूत बनाने के लिए UIDAI ने अब नया क्यूआर कोड (QR code) जारी किया है। जिसे 12 अंकों का आधार नंबर बताए बिना ऑफलाइन यूजर वेरिफिकेशन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

दिव्यांग का अधिकार

बंदी (कैदी) का अधिकार

भवन निर्माण का अधिकार

साइबर (इंटरनेट) सेवा का अधिकार