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दूल्हे और बारातियों को हेलमेट का उपहार

दूल्हे और बारातियों को हेलमेट का उपहार

सीकर (राजस्थान)। एक विवाह के दौरान लड़की के पिता ने हेलमेट को लेकर अनोखी पहल की। पेशे से शिक्षक पिता ने अपनी बेटी की शादी में दूल्हे और बारातियों को हेलमेट देकर सड़क सुरक्षा की शपथ दिलाई। 150 बारातियों को उपहार मे हेलमेट देने वाले किशोर कुमार ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं की खबरें रोजाना अखबारों में पढ़ने को मिलती है। अधिकांश सड़क दुर्घटनाओं में मौत का कारण दुपहिया वाहन चालक द्वारा हेलमेट नहीं पहनने की बात सामने आती है। इसीलिए उन्होंने तय किया को वह अपनी बेटी के विवाह में दूल्हे समेत सभी बारातियों को हेलमेट भेंट करेंगे, और उन्हें शपथ दिलाएंगे, जिससे उनका जीवन सुरक्षित रहे।

आपको बता दें कि सीकर जिले में धाननी गांव के शिक्षक किशोर कुमार की बेटी शकुंतला का विवाह मंगलवार को सम्पन्न हुआ। विवाह तय करने के दौरान ही किशोर कुमार ने वर पक्ष से उपहार में हेलमेट देने की बात निश्चित कर ली थी। इसी वचन के तहत उन्होंने मंगलवार को बेटी और दामाद के वरमाला होने के बाद स्टेज पर पहले तो दूल्हे को हेलमेट उपहार दिया। और इसके बाद प्रत्येक बाराती को भी हेलमेट का उपहार प्रदान किया। और साथ ही सभी बारातियों को सड़क सुरक्षा की शपथ भी दिलाई।  

गौरलतब है कि हमारे देश में दोपहिया वाहन चलाने और बैठने दोनों के लिए हेलमेट लगाना जरूरी है,  लेकिन अकसर देखा यह जाता है कि लोग बिना हेलमेट लगाये ही मोटरसाईकिल या किसी दोपहिया वाहन को चलाते हैं। जिसकी वजह से आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। इस दुर्घटना में किसी की जान चली जाती है तो कोई गंभीर रुप से घायल हो जाता है। इसलिए आप किसी लोकल मार्केट या कहीं भी थोड़ी दूर जा रहें हो तो भी हेलमेट लगायें, क्योंकि दुर्घटना कहीं भी और कभी भी हो सकती हैं। 

हेलमेट लगाने से फायदे-

  • यह किसी हादसे की स्थिति में सिर को किसी भी तरह से नुकसान पहुचाने वाल्री चीजों से बचाता है, जैसे कोई पत्थर, कील, नुकीली तार, कंकड़ आदि।
  • हेलमेट में लगा कुशन शाक अब्जार्वर की तरह काम करता है और लगाने वाली चोट को बहुत कम कर देता है।
  • और साथ ही सिर के बीच में हवा की मात्रा को बढ़ा देता है जिससे चोट कम लगती है।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

आधार की प्राइवेसी को मजबूत बनाने के लिए UIDAI ने अब नया क्यूआर कोड (QR code) जारी किया है। जिसे 12 अंकों का आधार नंबर बताए बिना ऑफलाइन यूजर वेरिफिकेशन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

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