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एंबुलेंस के इंतजार में मां का आक्सीजन सिलेंडर लेकर खड़ा रहा युवक

एंबुलेंस के इंतजार में मां का आक्सीजन सिलेंडर लेकर खड़ा रहा युवक

आगरा (उत्तर प्रदेश)। गोरखपुर और फर्रुखाबाद में हुए हादसे के बाद भी मेडिकल कॉलेजों की लापरवाही रुकने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज का है। जहां एक बुजुर्ग मां को इलाज कराने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली तो बेटा अपने हाथ में यूरिन बैग और कंधे पर ऑक्सीजन का सिलेंडर लेकर कई घंटों तक धूप में खड़ा रहा। बेटा अपनी बीमार मां के साथ एंबुलेंस का इंतजार करता रहा, लेकिन उसे कोई एंबुलेंस नहीं मिली।

वहीं एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रमुख अधीक्षक अजय अग्रवाल का कहना है कि, "यह कोई मामला नहीं है। मरीज की शिफ्टिंग की जा रही थी तो वार्डबॉय ने ऑक्सीजन का सिलेंडर मरीज के बेटे को पकड़ा दिया था, तभी मिडिया वहां आ गयी और फोटो खींचने लगी। फिर भी हम सीएमओ से जांच करवा रहे हैं, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।" जबकि वहां मौजूद लोगों का कहना है कि ऑक्सीजन लगाने के बाद मरीज को वॉर्ड में शिफ्ट करने के लिए कहा गया। ट्रॉमा सेंटर से वॉर्ड काफी दूर है इसलिए एंबुलेंस बुलाने को कह कर उन्हें जाने के लिए कह दिया गया। मां-बेटे ट्रॉमा सेंटर से बाहर निकल आए और काफी देर तक धूप में खड़े रहे। तेज धूप के कारण बुजुर्ग महिला की तबियत फिर बिगड़ने लगी तो उन्हें इमर्जेंसी में भर्ती कराना पड़ा। अब मेडिकल प्रशासन मामले की लीपापोती में लगा हुआ है।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

आधार की प्राइवेसी को मजबूत बनाने के लिए UIDAI ने अब नया क्यूआर कोड (QR code) जारी किया है। जिसे 12 अंकों का आधार नंबर बताए बिना ऑफलाइन यूजर वेरिफिकेशन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

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