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मुख्यमंत्री आवास के सामने महिला ने की आत्मदाह की कोशिश

मुख्यमंत्री आवास के सामने महिला ने की आत्मदाह की कोशिश

लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। बाराबंकी पुलिस की मनमानी से परेशान गैंगरेप पीड़ित महिला ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के सामने आत्मदाह करने की कोशिश की। हालाँकि मौके पर मौजूद लोगों ने आनन-फानन में महिला को अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। महिला 30 प्रतिशत तक जल चुकी है।                                                                       

बाराबंकी के एक गांव की रहने वाली इस महिला का आरोप है कि करीब 2 वर्ष पहले कुछ लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। इस घटना के बाद वह पुलिस थाने पहुंची और आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने गैंगरेप की बजाय छेड़छाड़ का केस दर्ज़ कर लिया और गैंगरेप की धराएं नहीं लगाई। पीड़िता बार-बार पुलिस से न्याय दिलाने की गुहार लगती रही लेकिन पुलिस ने उसकी कोई बात नहीं सुनी। पुलिस की इस मनमानी से परेशान महिला लखनऊ के कालिदास मार्ग पर मुख्यमंत्री आवास के पास पहुंची और अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा लिया। हालाँकि वहां पर मौजूद लोगों ने जल्दी से ले जाकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि महिला 30 प्रतिशत तक जल चुकी है और उसकी हालत नाजुक है, लेकिन उसकी जिंदगी खतरे से बाहर है। वहीँ इस घटना के बाद पुलिस जाग गयी है और पूरे मामले की जाँच शुरू कर दी है।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

आधार की प्राइवेसी को मजबूत बनाने के लिए UIDAI ने अब नया क्यूआर कोड (QR code) जारी किया है। जिसे 12 अंकों का आधार नंबर बताए बिना ऑफलाइन यूजर वेरिफिकेशन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

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