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हिप्र में अग्निशमन NOC कैसे बनाएं

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हिप्र में अग्निशमन NOC कैसे बनाएं

हिमाचल प्रदेश में NOC कैसे प्राप्त करें

अधिकार एक्सप्रेस के इस नए वीडियो में आपका स्वागत है। आज हम इस वीडियो में आपको बताएँगे कि किस तरह आप हिमाचल प्रदेश में बहुमंजिले भवन, उद्योग, स्कूल, कालेज, विश्वविद्यालय, नर्सिंग होम और हास्पिटल जैसे भवनों की अग्नि सुरक्षा के लिए कैसे  अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। 

  1. अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए सबसे पहले आप आगे दिए गए  दोनों लिंक्स में से किसी एक लिंक पर क्लिक करके http://fire.hp.gov.in/ या http:himachal.gov.in/showfile.php?lang=1&dpt_id=171&level=1&sublikid=8624&lid=8986 आनलाइन फार्म प्राप्त करें।
  2. इस फार्म को अच्छी तरह से भरकर सबंधित क्षेत्र के फायर स्टेशनों/पोस्टों के प्रभारी के यहां जमा करें।
  3. आपके आवेदन को प्राप्त करने के बाद फायर स्टेशनों/पोस्टों के प्रभारी निर्धारित मानदंडों के अनुसार संबंधित फर्म/संस्थानों, स्कूलों आदि का निरीक्षण करेंगे और रिपोर्ट को फार्म- बी पर मुख्य अग्निशमन अधिकारी, हिमाचल प्रदेश, शिमला-2 को प्रस्तुत करेंगे ।
  4. फिर निरीक्षण रिपोर्ट की अग्निशमन मुख्यालय के स्तर पर फायर प्रिवेंशन अधिकारी द्वारा जांच की जायेगी। इसके बाद मुख्य अग्निशमन अधिकारी, हिमाचल प्रदेश, शिमला-2 NOC जारी करेंगे। 

आवश्यकता पड़ने पर आप नीचे दिए गए पते पर मुख्य अग्निशमन अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। 

मुख्य अग्निशमन अधिकारी

हिमाचल प्रदेश, शिमला-2

ई-मेल This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it.

फोन नंबर. 0177-2629945

फैक्स नंबर. 0177-2622945

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार