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दिल्ली में राशन कार्ड के कार्यों की समय सीमा

दिल्ली में राशन कार्ड के कार्यों की समय सीमा

यदि आपके राशन कार्ड का कार्य सरकार द्वारा निर्धारित समयसीमा में नहीं होता है तो आप आप नीचे दिए गए अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं। 

  • यदि नया राशनकार्ड 45 दिन के अंदर जारी नहीं किया जाता है तो आप सहायक आयुक्त से शिकायत कर सकते हैं, अगर फिर भी आपकी सुनवाई नहीं होती है तो आप मामले की शिकायत आयुक्त से कर सकते हैं।
  • आपके कार्ड को 1 दिन के अंदर वापस नहीं किया जाता है तो आप एसएफओ जोनल से शिकायत कर सकते हैं, अगर फिर भी आपकी सुनवाई नहीं होती है तो आप सहायक आयुक्त से मामले की शिकायत कर सकते हैं। 
  • यदि राशन कार्ड से किसी सदस्य का नाम 10 दिन में नहीं काटा जाता है तो आप एसएफओ जोनल से शिकायत कर सकते हैं, अगर फिर भी आपकी सुनवाई नहीं होती है तो आप सहायक आयुक्त से मामले की शिकायत कर सकते हैं। 
  • यदि राशन कार्ड में किसी सदस्य का नाम 10 दिन में नहीं जोड़ा जाता है तो आप एसएफओ जोनल से शिकायत कर सकते हैं, अगर फिर भी आपकी सुनवाई नहीं होती है तो आप सहायक आयुक्त से मामले की शिकायत कर सकते हैं। 
  • यदि उसी सर्कल में पते में बदलाव 10 दिन में नहीं किया जाता है तो आप एसएफओ जोनल से शिकायत कर सकते हैं, अगर फिर भी आपकी सुनवाई नहीं होती है तो आप सहायक आयुक्त से मामले की शिकायत कर सकते हैं। 
  • यदि उसी सर्कल में राशन की दुकान या तेल डिपो में 10 दिन में परिवर्तन नहीं किया जाता है तो आप एसएफओ जोनल से शिकायत कर सकते हैं, अगर फिर भी आपकी सुनवाई नहीं होती है तो आप सहायक आयुक्त से मामले की शिकायत कर सकते हैं।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार