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दिल्ली में राशन डीलर की शिकायत

दिल्ली में राशन डीलर की शिकायत

यदि आप राशन डीलर की मनमानी से परेशान हैं तो उसके खिलाफ शिकायत कर सकते हैं। 

  • आप राशन डीलर से दुकान पर उपलब्ध शिकायत पुस्तिका मांगकर उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
  • यदि शिकायत मिलने पर एक-दो बार चेतावनी के बाद भी डीलर लगातार मनमानी करता है तो उसका लाइसेंस रद्द भी किया जा सकता है।
  • यदि दुकानदार शिकायत पुस्तिका उपलब्ध न कराए तो आप खाद्य आपूर्ति अधिकारी को मामले की लिखित में सूचना दें।
  • आप राशन डीलर के खिलाफ- कंट्रोल रूम के फोन नं. 011-23370841 या 1800110841 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
  • आप विभाग की ईमेल आईडी : This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it. पर भी शिकायत कर सकते हैं।
  • आप अपने सर्कल के सहायक आयुक्त को विकास भवन के पते पर भी लिख सकते हैं। पता है : आयुक्त, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, के-ब्लॉक, विकास भवन, आई.पी. एस्टेट नई दिल्ली-110002, फोन नं. 011-23379206 पर फैक्स भी कर सकते हैं।
  • आप खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री, दिल्ली सचिवालय, आई.पी. एस्टेट, नई दिल्ली-110002 को भी लिख सकते हैं।
  • दिल्ली सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने लोगों की शिकायतों और सुझाव जानने के लिए फेसबुक पेज facebook.com/cfood.delhi बनाया है। राशन की दुकानों में गड़बड़ी, कीमतों में गोलमाल और दुकानदारों के व्यवहार से जुड़ी शिकायतें आप इस पेज पर कर सकते हैं।

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार